सतना मध्य प्रदेश फर्जी मार्कशीट के जरिए कर रही एएनएम की नौकरी, बहन के दस्तावेजों का किया इस्तेमाल

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By News Desk
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मनीष गर्ग खबर सतना

सतना स्वास्थ्य महकमे में फर्जी अंकसूची और दस्तावेज लगाकर एएनएम की नौकरी करने का मामला सामने आया है। इसके अनुसार सोहावल विकासखंड के ग्राम बांधी में पदस्थ एएनएम ऊषा सिंह ने बहन की अंकसूची में कूट रचना कर अपनी अंकसूची बनाकर यह नौकरी हासिल की है, जबकि ऊषा सिंह के सीधी स्थित विद्यालय के दाखिला रजिस्टर की जानकारी इनकी मार्कशीट की पोल खोल रही है। मामले में अपर कलेक्टर ने कमेटी गठित कर जांच की बात कही है।
जानकारी के अनुसार सिंह बांधी में एएनएम पदस्थ है। उनकी विद्यालयीन शिक्षा कन्या उमावि
यह किया खेलः ऊषा ने अपनी बहन आशा सिंह की 1989 की अनुत्तीर्ण की अंकसूची हासिल करने के बाद उसमें ‘आ’ की जगह का लिखते हुए कूटरचित अकसूची तैयार की। इसके बाद श्रेणी सुधार की परीक्षा देकर फर्जी तरीके से मार्कशीट हासिल कर नौकरी प्राप्त करने में सफल रहीं।
मामला हमारे संज्ञान में है। दाखिला दसवीं उत्तीर्ण करना दिखाया गया है। लिपिक कलेक्ट्रेट को शामिल कर तीन सदस्यीय जाच कमेटी गठित की है। कमेटी 15 दिन में अपना जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी। उसके अनुसार कार्रवाई

रजिस्टर के अनुसार ऊषा सिंह की जन्मतिथि 7 जुलाई 1968 है। इन्होंने 1985 में इसी विद्यालय से कक्षा 11वीं उत्तीर्ण कर लिया था, लेकिन उषा ने स्वास्थ्य महकमे जो मार्कशीट प्रस्तुत की है वह कन्या मा विद्यालय मंडल भोपाल की है और इसमें 1990 में जुलाई 1973 है।
जन्म तिथि भी बदल गईः मंडल की मार्कशीट में ऊषा की जन्मतिथि 5 जुलाई 1973 है। जबकि ऊषा की असली जन्मतिथि 7 जुलाई 1968 है। दरअसल उषा की बहन आशा की मार्कशीट है जानकार सूत्रों के अनुसार कुछ एएनएम की मार्कशीट की जांच कराई जाए तो उनसे कुछ भी नहीं बनता यह एएनएम सतना रीवा कटनी में ज्यादा पदस्थ है
बड़ा सवाल
बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब ऊषा सिंह ने 1985 में 11 वी उत्तीर्ण कर ली है तो फिर 1990 में 10वीं की परीक्षा कैसे दे सकती हैं।
शैलेन्द्र सिंह, अपर कलेक्टर

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