झुंझुनू जिला प्रशासन की नाकामी व कारगुजारी आई सामने राशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं लोग डीलर के लगा रहे हैं चक्कर लेकिन उनको राशन नहीं मिल रहा
डीलर कार्ड बंद करने की बात कहकर उनको वहां से टरका रहे है जबकि एसडीएम भी अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
झुंझुनू
जहां प्रधानमंत्री ने अपील की है कि किसी को भूखा नहीं सोने सोने दिया जाएगा वहीं राज्य सरकार ने भी यह कहा है कि किसी को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा लेकिन विडंबना देखिए झुंझुनू जिला मुख्यालय पर प्रशासन की कारगुजारीयों के चलते सैकड़ों कार्ड बंद कर दिए गए जिससे राशन नहीं मिल रहा है लोग भारी परेशान है राशन की दुकानों पर कतार लगाए खड़े हैं लेकिन जब राशन डीलर के पास जाते हैं तो उनसे फरमान मिलता है कि आपका कार्ड बंद कर दिया गया है ऐसे में क्या राज्य सरकार या फिर हिंदुस्तान सरकार की किरकिरी नहीं होती है क्या एक एसडीएम के फरमान, जिला कलेक्टर के फरमान से सैकड़ों कार्ड एक झटके में बंद कर दिए थे अब उन गरीबों की रोजी-रोटी पर भारी संकट पड़ा है जिससे गरीबों के हालात बद से बदतर हो चुके हैं। जब एसडीएम झुंझुनू से इस मामले में बात की तो उन्होंने कहा कि जांच में कुछ हमें कागज सही नहीं मिले तो उनको बंद कर दिया गया लेकिन एसडीएम साहब ने यह नहीं सोचा कि अब उन गरीबों का पेट पालने वाला कौन होगा। वही जब झुंझुनू के डीएसओ से बात करनी चाही तो उन्होंने भी फोन उठाने में अपनी शर्म महसूस की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया तथा पत्रकारों ने जब जिला कलेक्टर यूडी खान से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी फोन उठाना उचित नहीं समझा अब राज्य सरकार को देखना होगा कि इन सैकड़ों गरीब लोगों का क्या होगा जिनके कारण एसडीएम की लापरवाही से बंद कर दिए गए राशन के कार्ड अब वे लोग दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।उनको राशन तक नहीं मिल रहा है और राशन डीलर ऊपर से उनको आंख दिखा रहे हैं।