आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ एक दिन की भूख हड़ताल-आंचलिक खबरें-राजेंद्र राठौर

News Desk
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भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन झाबुआ के जिला अध्यक्ष विनय भाँबोर आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ एक दिन की भूख हड़ताल पर टांटिया मामा की मूर्ति के नीचे बैठे विनय भाबोर ने बताया कि आज मध्यप्रदेश में आए दिन आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे है सिवनी जिले में आदिवासियों को इतना पीटा की दो लोगो की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है । आदिवासी समाज वर्षों से गो माता की सेवा करते आया है अपने खेतों को बेलो से जोतते आया है फिर गाय का नाम लेकर आदिवासियों को क्यों मारा जा रहा हैWhatsApp Image 2022 05 05 at 1.11.31 PM 1 आज आदिवासी समाज बहुत आक्रोशित है क्यों की इससे पहले नेमामर में 5 आदिवासी महिलाओं को मार के दफना दिया गया था। मारने वाले के तार बीजेपी के लोगो से जुड़े हुए थे उसके बाद नीमच ने भी एक आदिवासी व्यक्ति को गाड़ी के पीछे बान्द कर सड़क पर घिसा गया फिर इतना पीटा की उसकी मौत हो गई मारने वाले व्यक्ति के तार बीजेपी से जुड़े बताए गए आज मध्यप्रदेश में कानून का राज ना होते हुए गुंडों का राज चल रहा है लोग खुले आम कानून को अपने हाथ में ले रहे है और सरकार कुछ नहीं कर रही है इसी कहीं घटनाएं है जिसमें आदिवासियों पर जुल्म हुए है पर शिवराज सिंह चौहान खामोश रह कर देखते रहे इसलिए हम को एक दिन कि भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा है हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से मांग करते है कि आप आदिवासियों पर होने वाले जुल्म को रोकने में ना काम हो इसलिए स्तीफा दे। अब आदिवासी समाज के किसी भी व्यक्ति पर कोई भी अत्याचार हुआ तो आदिवासी समाज सड़कों पर आ कर धरना देगा आज के धरने में करम मेडा कमल खराड़ी नर्वेश अमलियार प्रेम गुड़िया नरू भाबर संदीप परमार सोनू भगोरा आदि उपस्थति थे

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