भारत में विशेष शिक्षकों की भूमिका को लेकर हुआ आनलाइन वेबीनार-आँचलिक ख़बरें-अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

News Desk
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चित्रकूट: भारत में विशेष शिक्षकों की भूमिका विषय पर एक दिवसीय आनलाइन वेवीनार मे ’जगदगुरु रामभद्राचार्य. दिब्यांग विश्वविद्यालय और नासेर्प संगठन के सयुंक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में अर्पणा यादव भाजपा नेत्री व प्रसिद्ध समाज सेविका लखनऊ ने रविवार को कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि पदम विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य को जैसे संत शिरोमणि, महापुरुष का आशिर्वाद ही हम सभीभक्तों के जीवन में उजाला भर देता है। सभी आपके सानिध्य में आनलाइन वेवीनार कार्यक्रम में आपके द्वारा संचालित दिब्यांग विश्वविद्यालय और नासेर्प संगठन के साथ में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में कुलपति जगदगुरु रामभद्राचार्य दिब्यांग विश्वविद्यालय प्रो योगेश चंद्र दुबे, कार्यक्रम संयोजक व पीआरओ एसपी मिश्र, दिब्यांग विश्वविद्यालय तथा नासेर्प संगठन मे रजनीश पांडेय, नागेश पांडेय, अभय श्रीवास्तव उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि दिब्यांगजनो के क्षेत्र में कार्य करने का लंबा समय है। आपके अनुभव से हम सभी को सीखने की आवश्यकता है। भारत के विशेष शिक्षकों, रिहैबिलिटेशन मे कार्यरत लोगों के साथ अपनी बात रखने का मौका मिला है। बताया कि दिब्यांगजनो की शिक्षा, पुनर्वास, रोजगार के लिए कार्यरत साथियों को सदैव सीखने की, जीवन में सहानुभूति की अनुभूति होती हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अभी हमारे विशेष शिक्षक भाईयों-बहनों को विशेष शिक्षा मे डिग्री हासिल कर रहे साथियों को लंबी दूरी तय करना पड़ता हैं। नौकरी में जो भी परेशानी आ रही है जो भी नियमानुसार होगा सरकार तक आपकी बात अवश्य रखेंगे। आपके समायोजन की समस्याओं की जानकारी है जो भविष्य में उत्तर प्रदेश सरकार से आपके लिए चर्चा कर समाधान किया जाएगा। भारत के भविष्य विशेष छात्रों के शिक्षा दे रहे हैं। आपके लिए. सरकार भी सही दिशा में कार्य करेगी। आपने दिब्यांग छात्रों को, विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर इन्हें शिक्षित कर समाज की मुख्य भूमिका में ला रहे है। इन छात्रों को देश, समाज, राष्ट्र के लिए निर्माण करें। उन्होंने कहा कि एसपी मिश्र भारत ने विशेष शिक्षकों, भाईयों बहनों के साथ में मुख्य रूप से आनलाइन माध्यम से आज जोडा।
कुलपति प्रो योगेश चंद्र दुबे ने कहा कि जो आज राज्य सरकार ने नहीं किया वह गुरुदेव ने बीस साल पहले दिब्यांगजनो के लिए विश्वविद्यालय तैयार किया है। जहां शिक्षा के साथ आपको संस्कार भी दिया जाता हैं। दिब्यांगजनो के साथ में कार्य करने का लंबा अनुभव रहा है, जो आप सभी को पता है। आप को विभिन्न नामों से जाना गया है। कठिन परिश्रम से आज यहा तक पहुंचे हैं। आपके आर्थिक विकास में आवश्यक है कि समान शिक्षकों की भातिं सुविधाएं उपलब्ध हो। कार्यक्रम में अभय श्रीवास्तव ने भी विशेष शिक्षकों की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में विशेष भूमिका में नासेर्प के अध्यक्ष रजनीश पांडेय, अपूर्ण दिवेदी, राम प्रवेश तिवारी, व भारत के विशेष शिक्षकों का जुडे रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन नागेंद्र पांडेय ने किया।

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