आदिनाथ माणिभद्र जैन तीर्थ देवझिरी पर आगामी 31 जनवरी से अंजन श्लाका प्र्रतिष्ठा महोत्सव का होगा आयोजन, पपू आचार्य देवेश श्री सुयश सूरीष्वरजी मसा प्रदान करेंगे निश्रा-
आचार्य श्री का देवझिरी तीर्थ पर हुआ मंगल प्रवेश, समस्त आयोजन लाभार्थियों के विषेष सहयोग से श्री आदिनाथ माणिभ्रद पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा किए जाएंगे
झाबुआ। शहर के समीपस्थ देवझिरी में श्री आदिनाथ माणिभद्र जैन तीर्थ पर आगामी 31 जनवरी से भव्य अंजन श्लाका प्र्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। समस्त आयोजन पपू आचार्य देवेश श्री सुयश सूरीष्वरजी मसा की पावन निश्रा में होंगे। आचार्य श्री का देवझिरी तीर्थ पर मंगल प्रवेष हो चुका है।, समस्त आयोजन लाभार्थियों के विषेष सहयोग से श्री आदिनाथ माणिभद्र पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा किए जाएंगे।
जानकारी देते हुए श्री आदिनाथ माणिभद्र पारमार्थिक ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी निर्मल मेहता ने बताया कि आचार्य श्रीजी की निश्रा में देवझिरी तीर्थ में लगातार नवीन निर्माण के कार्य जारी है। ना केवल झाबुआ जिले अपितु अन्य राज्यों के भी समाजजन आचार्य श्रीजी की प्रेरणा स्वरूप तीर्थ में विशेष कार्यों में सहयोग के साथ समय-समय पर होने वाले कार्यक्रमों में भी पूर्ण सहभागिता रहती है। श्री आदिनाथ प्रभु एवं गुरूदेव के भक्तों के विषेष सहयोग स्वरूप अंजन श्लाका प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया जाना तय किया गया है।
वरिष्ठ अनोखीलाल मेहता परिवार ने भूमि दान की
आचार्य श्रीजी की प्रेरणा स्वरूप से श्री आदिनाथ जैन तीर्थ पर भूमि दान श्वेतांबर जैन श्री संघ के वरिष्ठ अनोखीलाल मेहता परिवार ने किया है। आचार्य श्री की गुरू भक्तों पर सदैव अमीम कृपा बनी रहती है। वहीं तीर्थ पर आपके सानिध्य में लगातार विकास और जीर्णोद्धार के अनेक कार्य प्रगति पर होकर आज ना केवल जिले और मप्र अपितु अन्य राज्यों से भी गुरू भक्त प्रभु श्री आदिनाथजी, अन्य भगवानों के साथ गुरूदेव के दर्षन हेतु समय-समय पर पधारते है।
5 फरवरी को विजयी मुर्हुत में होगी प्रतिष्ठा
मंदिर में 7 दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत विभिन्न लाभार्थी तय किए गए है। 30 जनवरी एवं 31 जनवरी को भव्य स्नात्र महोत्सव, 1 फरवरी को जल यात्रा, कंुभ, दीपक, ज्वरापेण, क्षेत्रपाल स्थापना, दस दिव्यपाल, अष्टमंगल, 16 विद्यादेवी, नघवर्द, लघुसिद्ध चक्र सहित अन्य पूजन, 2 फरवरी को चैदह स्वपन दर्षन एवं गुरू पूजन, देव-देवी हवन, 3 फरवरी को भव्य जन्म कल्याणक एवं 4 फरवरी को भव्य दीक्षा कल्याणक निमित्त वरघोड़ा निकालास जाएगा, 5 फरवरी को मंगल मुर्हुत में गुरू मूर्ति, ध्वज दंड, कलश मंगल मूर्ति एवं प्रतिष्ठा ध्वजारोहण का आयोजन होगा, महोत्सव के अंतिम दिवस 6 फरवरी को द्वार उद्घाटन होगा।
यह रहेंगे विषेष आकर्षण
महोत्सव में विषेष आकर्षण विधिकारक अनिल हरण लिमड़ी एवं आनंदभाई तांतेड़ घुघड़का एवं पियूषभाई बोहरा नागदा द्वारा संपूर्ण विधि संपन्न करवाई जाएगी। संगीतकार आषीष जैन जावरा एवं संजय छाजेड़ सुवासरा रहेंगे। प्रतिदिन समुधर भोजन की व्यवस्था अलग-अलग लाभार्थियों की ओर से रहेगी। जिसकी व्यवस्था मदनलाल महाराज झाबुआ द्वारा, प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान प्रतिदिन आचार्य श्रीजी के समुधर प्रवचन एवं मंदिर निर्माण शिल्पी संतोष शर्मा इंदौर की भी विषेष प्रस्तुति रहेगी। श्री आदिनाथ माणिभ्रद पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा समाजजनों से अधिक से अधिक संख्या में पधारकर धर्म लाभ लेने हेतु अपील की है।