परमात्मा के बगैर पत्ता नहीं हिल सकता-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग

Aanchalik Khabre
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परमात्मा के बगैर पत्ता नहीं हिल सकता
आज लता दीदी नहीं रही पर उनके शब्द और गाने ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो गाता सुनता ना हो
नई पीढ़ी से लेकर पुरानी पीढ़ी उनकी याद में भाव विभोर हो जाती है
लता मंगेशकर के अंतिम शब्दइस दुनिया में मौत से ज्यादा वास्तविक कुछ भी नहीं है।दुनिया की सबसे महंगी ब्रांडेड कार मेरे गैरेज में खड़ी है। लेकिन मुझे व्हीलचेयर पर ले जाया जाता है!इस दुनिया में हर तरह के डिजाइन और रंग के, महंगे कपड़े, महंगे जूते, महंगे साजो सामान सब मेरे घर में हैं। लेकिन मैं अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराए गए छोटे गाउन में हूंँ!मेरे बैंक खाते में बहुत पैसा है लेकिन मेरे किसी काम का नहीं है।मेरा घर मेरे लिए महल जैसा है लेकिन मैं अस्पताल में एक छोटे से बिस्तर पर लेटी हूंँ।मैं इस दुनिया के फाइव स्टार होटलों में घूमती रही।लेकिन अब मुझे अस्पताल में एक लैब से दूसरी लैब में ट्रांसफर किया जा रहा है!एक समय था जब 7 हेयर स्टाइलिस्ट रोजाना मेरे बाल बनाते थे।लेकिन आज मेरे सिर पर बाल नहीं हैं।मैं दुनिया भर में कई तरह के 5 स्टार होटलों में भोजन करती रही हूंँ।लेकिन आज दिन में दो गोलियां और रात में नमक की एक बूंद मेरी डाइट है।मैं दुनिया भर में अलग-अलग विमानों में उड़ रही था। लेकिन आज दो लोग अस्पताल के बरामदे में जाने में मेरी मदद करते हैं।किसी भी सुविधा ने मेरी मदद नहीं की।किसी भी तरह से सुकून नहीं।लेकिन कुछ अपनों के चेहरे, उनकी दुआएं और इबादत मुझे जिंदा रखते हैं।यह जीवन है, कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी दौलत के मालिक है, अंत में आप खाली हाथ जाते हैं, दयालु बनें, किसी की भी मदद करें जो आप कर सकते हैं।धन और शक्ति के लिए लोगों को महत्व देने से बचें।अच्छे इंसानों से प्यार करें, जो तुम्हारे लिए हैं उन्हें संजोए रखें, किसी को दुख मत दें, अच्छे बनें, अच्छा करें क्योंकि वही तुम्हारे साथ जाएगा

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