कथित जमीदार के बेटे ने कर डाला सब्जी मंडी की जमीन का सौदा-आंचलिक ख़बरें-अख़लाक़ अंसारी

News Desk
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अब नगर की सब्जी मण्डी पर भी छा रहे हैं खतरे के बादल, कथित जमीदार के बेटे ने कर डाला सौदा.
नवाबगंज । हाई वे की भूमि पर बनी लाल मार्केट व सेवा पड़ाव के निकट, हाई वे पर निर्माण के बाद अब भूमाफियायों की निगाह, नगर के बीचों बीच स्थित सब्जी मण्डी की वेशकीमती जमीन पर गढ़ गई हैं, और वे येन केन प्रकारेण इसे कब्जाने पर तुल गए हैं। तहसील मुख्यालय के सामने के विशाल भूखण्ड पर, एक अरसे से सब्जी व फुटकर मसाले आदि का बाजार लगता आ रहा है, जिस पर एक दो नही सैंकड़ों परिवारों की रोजी रोटी चल रही है. किसी समय ये स्थल दरोगा प्रद्युम्न स्वरूप की पत्नी, चन्द्र मुखी के नाम राजस्व अभिलेखों में बतौर जमीदारी अंकित बताया जाता था, जिस पर उनके दत्तक पुत्र राजेन्द्र नारायण शर्मा का नाम अंकित होने के बाद से, उनके अभिकताओं द्वारा ही इस स्थल पर बैठने वाले, फड़ धारकों से किराये की वसूली की जाती थी. लेकिन राजेन्द्र नारायण की मृत्यु के बाद से ही, कुछ लोगों की निगाहें इस बेशकीमती भूमि पर लग गई. राजेन्द्र बाबू की मृत्यु के बाद, उनके पुत्र अभिषेक ने इस स्थल का सौदा, कुछ दबंग धनाढ्‌यो से कर दिया, जिसके बाद ही इस स्थल पर कब्जे को लेकर उठापटक शुरू हो गया । जिसे लेकर इन कथित खरीदारो की सब्जी विक्रेताओं से, कब्जा हटवाने या किराया बढ़ाने को लेकर, तकरार भी हो गई, मामला पुलिस तक पहुंचा, और पुलिस ने दोनों पक्षों को शान्ति भंग की चेतावनी देकर चलता कर दिया ।
दूसरी ओर राजस्व विभाग ने, इस स्थल पर चन्द्र मुखी के दत्तक पुत्र राजेन्द्र शर्मा की मिल्कियत को ही, सिरे से नकारते हुए, उनके नामान्तरण को फर्जी करार दिया है, जिसके बाद से मामला उलझ कर रह गया है, इसके अलावा ठाकुर जी महाराज प्रबन्ध समिति भी इस भूमि पर, अपना स्वामित्व दर्शा रही है । जिसके चलते इसका निस्तारण भी प्रशासन के गले की हड्डी बनकर रह गया है.
हालांकि माना यही जा रहा है कि अन्ततः वही होना है, जो एक अरसे से होता आ रहा है, जीत तो माफिया धड़ेदारों की ही होनी है, आखिर विरोधी भी कब तक विरोध करेंगे। लेकिन इन सब पर बाबा के बुल्डोजर का खौफ, कोई असर दिखाता है या नहीं? ये तो भविष्य के गर्त में ही है!

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