जिला कटनी – कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागी जी द्वारा श्री मद् वाल्मीकि रामायण का प्रसाद राम कथा के रूप में 2 जनवरी से 11 जनवरी तक चली कथा मे हजारों भक्तों ने कथा को आत्मसात करने संकल्प लिया।
गौ सेवा,समरसता,संस्कार और संस्कृति को बढ़ाने अनोखे प्रयास किये गये हजारों बच्चो को पुरस्कार वितरण सास्कृतिक कार्यक्रम ,नदियों की सफाई, देशभक्ति गीत मे नृत्य।विलायत कला के इतिहास में पहली राम कथा ने रचा इतिहास बिना चंदा बिना रशीद बंदी और तो और त्यागी जी द्वारा कथा के बदले दक्षिणा भी नही की स्वीकार और स्वयं के पास उपलब्ध चीजों को भी कर दिया समर्पित भक्तो ने कहा कि हमारे जीवन में हमे ऐसे कथा सुनाने वाले कभी नहीं मिले जो कुछ लेते तो है नहीं हा जो कुछ पास है वह भी बाँट देते हैं।
बङवारा विधायक बसंत सिंह जी ने कहा धन्य है हमारे त्यागी जी जिनके द्वारा राष्ट्र निर्माण के लिए स्वयं की ही आहुति दे दी है निश्चित ही विलायत कला ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम के रूप में विश्व पटल पर स्थापित होगा त्यागी जी का संकल्प हर घर देवता बनाने का है सहयोग और संवेदना समर्पित मन को परमात्मा भी सहयोग करते है ।
हजारों लोगो के किया हवन पूजन और गांव ही नहीं समूचे क्षेत्र के हजारों लोगों ने भंडारे में पाया प्रसाद और दी समाज को प्रेरणा।
कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागी जी द्वारा राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित यह विश्व कल्याण यज्ञ दुनिया के लिए इतिहास बन गया।