नवाबगंज के जरेली गांव में बीडीसी के उपचुनाव में डॉ मीनाक्षी गंगवार ने अपनी पूरी ताकत झोंकी, जनता का मिल रहा है भारी समर्थन
नवाबगंज तहसील के गांव जरेली में बीडीसी सदस्य गुलाब ज़ैदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई जिनकी मृत्यु के बाद जरेली में बीडीसी के पद पर उप चुनाव चल रहा है जिसमें भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से डॉ एके गंगवार की पत्नी डॉ मीनाक्षी गंगवार पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ रही हैं. वहीं दूसरी तरफ पूर्व ब्लाक प्रमुख धर्मेंद्र गंगवार उर्फ पिंटू की पत्नी सुनीता गंगवार चुनाव के मैदान में हैं दोनों प्रत्याशियों ने अपनी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. चुनाव छोटा होने के बाद भी बड़े-बड़े नेता अपनी ताकत चुनाव जितने में लगाए हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से चुनाव लड़ रही डॉ मीनाक्षी गंगवार ने आज मीडिया से बात करते हुए अपनी जीत का दावा किया . उनका कहना था आज की जनता पढ़ी लिखी समझदार है वह किसी ऐसे व्यक्ति को अपने क्षेत्र का नेतृत्व नहीं करने दे सकती जो अनपढ़ हो इसीलिए मैं जरेली गांव से बीडीसी सदस्य बनने जा रही हूं, और मेरे परिवार से मेरी देवरानी प्रज्ञा गंगवार ब्लाक प्रमुख नवाबगंज भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतने जा रही हैं . जिस तरह से जरेली गांव से हमें भरपूर समर्थन मिल रहा है हम भी वादा करते हैं चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र में अगर कहीं काम सबसे ज्यादा होगा तो जरेली गांव में ही होगा. भविष्य की योजनाओं को बताते हुए उन्होंने कहा क्षेत्र पंचायत सदस्य के साथ-साथ जरेली गांव के लोग ब्लाक प्रमुख भी बनाने जा रहे हैं इसलिए ब्लॉक प्रमुख की भूमिका जरेली गांव के लिए अधिक बनती है . मैं मीडिया के सामने वादा करना चाहती हूं कि किसी भी हाल में जरेली गांव की जनता को मेरी तरफ से कहीं कोई परेशानी नहीं होगी और ना ही कोई दिक्कत सामने आने दी जाएगी. दूसरी तरफ डॉ मीनाक्षी गंगवार के पति डॉ एके गंगवार भी अपनी पत्नी के साथ मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे उनका कहना था इस क्षेत्र में जो भी लोग पहले निर्वाचित हुए उन लोगों ने जरेली गांव की उपेक्षा की . जरेली गांव में किसी भी तरह से कोई विकास कार्य नहीं कराए गए अब अगर जनता मीनाक्षी गंगवार को अपना समर्थन देकर भारी मतों से जीत दिलाएगी तो हम जरेली की जनता को उदास नहीं होने देंगे उनके हर वो काम कराने के प्रयास होगा जिसका वो हकदार है.