उपायुक्त सह जिला दण्डाधिरी श्री मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में दिनांक 14 मार्च को समाहरणालय सभागार से ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के सभी दसों प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं 110 सीएससी केंद्रों के माध्यम से जिले के विभिन्न पंचायत के लोगों ने उपायुक्त से ऑनलाइन मुलाकात कर अपनी समस्याओं व सुझावों से अवगत कराया।
इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने अपनी समस्याओं को उपायुक्त के समक्ष रखा। इस दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा उपस्थित लगभग सभी लोगों से एक-एक कर उनकी समस्याएँ सुनी गयी एवं अश्वासन दिया गया कि उनके सभी शिकायतों की जल्द से जल्द जाँच कराते हुए शिकायतों का समाधान किया जाएगा। सर्वप्रथम उपायुक्त ने देवघर प्रखण्ड के शिकायतकर्ता बिनोद मंडल के मामले पर संज्ञान लेते हुए अंचलाधिकारी को कड़े शब्दों में निदेशित करते हुए झारसेवा से जुड़े मामलों का निष्पादन समय के अनुसार करें। साथ हीं उन्होंने संबंधित मामले को लंबित रखने को लेकर संबंधित कर्मचारी पर स्पष्टीकरण के साथ प्रपत्र-क गठित करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत कराने का निदेश संबंधित अधिकारियों को दिया। इसके अलावे उपायुक्त ने सभी प्रखण्डों के अंचलाधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि अधिसूचित प्रदायी सेवाओं से संबंधित प्राप्त आवेदन पत्रों को नियत समय-सीमा के अन्दर निष्पादित किया जाना अनिवार्य है। साथ हीं प्रावधानानुसार नाम निर्दिष्ट पदाधिकारी आवेदन प्राप्त होने पर नियत समय-सीमा में सेवा उपलब्ध करायेंगे या आवेदन अस्वीकृत करेंगे और आवेदन की अस्वीकृति की दशा में कारणों को अभिलिखित कर आवेदक को सूचित करेगा। वहीं सेवा देने की गारंटी अधिनियम अन्तर्गत अधिसूचित प्रदायी सेवाओं का निष्पादन ससमय नहीं होने का मामला संज्ञान में आया है। ऐसे में झारसेवा के तहत आये हुए मामलों का ससमय निष्पादन करें। साथ हीं बिना औचित्यपूर्ण कारणों से इन मामलों को अनावश्यक लंबित रखने वाले पदाधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।