बैरसिया:: एक तरफ शासन- प्रशासन आम रास्तों ओर मरघट की सरकारी भूमि को अभियान चलाकर अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रयासरत है। दूसरी तरफ दमंग अतिक्रमणकारी प्रशासन की इस मंशा को धता बताकर गरीबो का रास्ता बंद कर मरघटों में तक जाना मुश्किल कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को बैरसिया तहसील के नजदीकी गांव नहारिया भोरासा का देखने को मिला। जहा ग्रामीणों की शिकायत को लेकर पूर्व विधायक जोधाराम गुर्जर को तीन दर्जन से अधिक गरीब महिला और पुरुषों के साथ तहसील आना पड़ा। जहा ग्रामीणों ने तहसीलदार आलोक पारे को अपनी व्यथा सुनाते हुए तीन प्रमुख समस्याओं के निराकरण का ज्ञापन सौपा। तहसीलदार ने समस्याग्रस्त ग्रामीणों से चर्चा कर हल्का पटवारी को तत्काल मौके की रिपोर्ट तलब के निर्देश दिए। जहा नहारिया भोरासा गांव की गरीब खेरुआ जाती की महिलाओं का कहना है कि उनके जंगल जाने का गोहा सरकारी रास्ते को एक दमंग व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर बंद कर दिया है। ओर मरघट की भूमि को भी अपने कब्जे में ले लिया है। उसे मुक्त कराई जाए। वही पंचायत द्वारा बनाए गए पंच चबूतरे पर रखी अवैध गुमठी हटाई जाए साथ ही कुछ दिनों से नहारिया भोरासा गांव अवैध शराब बिक्री का अड्डा बन गया है। इस कारण यहा 24 घण्टे असामाजिक तत्व घूमते रहते हैं। जिनसे महिलाएं ओर बच्चियां सुरक्षित नही है। और चोरी की वारदातें बढ़ रही है। जिस पर तत्काल अंकुश लगाया जाए।