जिला कटनी – तहसील ढीमरखेड़ा क्षेत्र के अंतर्गत गेहूं उपार्जन केन्द्र खाम्हां के प्रभारी को विगत वर्षों सन् 15-16 में मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम ढीमरखेड़ा में आयोजित के दौरान सेल्समैन राजू दाहिया को सिल्क की जांच पर सेवा सामाप्ति की कारवाई की गई थी इसके बावजूद भी पूर्व का दागी सेल्समैन को बनाया गया केंद्र प्रभारी। प्रभारी किसानों के गेहूं तौलाई में जमकर कर रहा है हेराफेरी।
जिला अधिकारी ने जिले की बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि सभी उपार्जन केंद्रों में अग्नि शामक यंत्र चालू हालत में तैयार रखें। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों पर तैनात सभी कर्मचारी फोटो युक्त परिचय पत्र लगाकर ही कार्य करें तथा उपार्जन केंद्रों पर खाद्यान्ना की तुलाई में उपयोग में आने वाले इलेक्ट्रानिक तौल कांटों का नापतौल विभाग से परीक्षण करवाया जाए। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए थे कि उपार्जन केंद्रों पर कार्यरत सभी कर्मचारी सुबह 9 बजे ही उपस्थित हो जाएं ताकि किसानों को परेशानी न हो। कलेक्टर ने उपार्जन केंद्र के बाहर टेंट लगाकर छांव की व्यवस्था करने तथा फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों की सुविधा के लिए ठंडे पेयजल की व्यवस्था के निर्देश भी बैठक में अधिकारियों को दिये थे। उन्होंने सभी उपार्जन केंद्रों पर खरीदे जाने वाले अनाज के एफएक्यू की जानकारी देने वाले पोस्टर लगवाने के लिए भी कहा। किन्तु कलेक्टर के निर्देश को दरकिनार करते हुए खाम्हां उपार्जन केन्द्र प्रभारी ने आदेश के विपरीत कार्य किया जा रहा है। केंद्र में किसानों की सुविधा को ध्यान नहीं दिया जा रहा है और किसानों के गेहूं की तौलाई में हेराफेरी की जा रही है। खास बात यह सामने आ रही है कि खाम्हां केंद्र प्रभारी राजू दाहिया शराब के नशे में अपने साथियों के साथ केंद्र में बैठकर भ्रष्टाचार कर रहा है किन्तु संबंधित अधिकारी शांत बैठकर तमाशा देख रहे हैं। केंद्र प्रभारी पंलग में बैठकर केंद्र के अंदर बीड़ी पीकर जलती हुई बीड़ी वहीं फैक देता है यदि सुलगती हुई आग किसानों के केंद्र में रखे हुए गेहूं में लग जाएं तो इसका जवाबदार कौन होगा। प्रभारी के कारनामे से किसानों को नुक्सान हो सकता हैं जिसका खामियाजा अन्नदाता को भुगतना पड़ सकता है। यदि केंद्र का संबंधित अधिकारियों द्वारा शीघ्र निरीक्षण किया जाए तो भ्रष्टाचार के कारनामों का खुलासा हो जायेगा। आखिरकार संबंधित अधिकारी प्रभारी की जांच करने में क्यों किनारा काट रहे है। अधिकारियों की खामोशी से यह प्रतीत होता है कि संबंधित अधिकारियों की मिली भगत सांठ गांठ के कारण प्रभारी का मनोबल ऊंचा है। केंद्र में अचानक मीडिया कर्मियों के सामने जांच हो तो किसानों की सुविधा के लिए शासन की जारी गाइड लाइन के अनुसार कुछ भी उपलब्ध नहीं मिलेगा। केंद्र में अग्नि शामक यंत्र खाली, सीसी कैमरे नहीं लगे,छांव के लिए टेंट नहीं, शौचालय सुविधा नहीं पीने का पानी एक घंटे बाद मटके खाली सूत्रों की मानें तो किसानों से एक कुंटल पर दो से चार किलो ज्यादा अनाज, एवं प्रति एक कुंटल की तौलाई चौकाई के नाम पर 15 रूपये लेकर परेशान किया जा रहा है।