पहाड़ी, चित्रकूट: यूनिसेफ सेल्फ स्टीम के अंतर्गत जीवन कौशल शिक्षा का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ब्लॉक संसाधन केंद्र पहाड़ी के सभागार में शुभारंभ हुआ। प्रथम बैच मे 40 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को प्रषिक्षण दिया गया। इस प्रकार से तीन बैच में 120 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा।
संदर्भदाता राज नारायण सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण मे आये हुए सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को बेसिक जानकारी दी। जीवन कौशल शिक्षण का मुख्य उद्देश्य व मौजूदा ज्ञान और सकारात्मक दृष्टिकोणों और मूल्यों के साथ-साथ नकारात्मक दृष्टिकोणों और जोखिम भरे व्यवहारों को रोकना है। इस बारे मे विस्तार से जानकारी दी गई। वही जीवन कौशल शिक्षण व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याओं की रोकथाम में योगदान देता है। संदर्भदाता नवनीत केशरवानी ने बताया कि बैच के प्रथम दिन मे डब्ल्यूडब्ल्यूई विषय उद्घाटन टिप्पणियां और परिचय, आइस ब्रेकर सत्र, प्रशिक्षण का संदर्भ निर्धारित करना प्रतिभागियों की अपेक्षाओं को जानना, जमीन के नियम, प्री-वर्कशॉप असेसमेंट, पेश है। आधाफुल कॉमिक बुक्स, जेंडर के बारे मे समझया, जेंडर स्टीरियोटाइप मे बताया गया, प्रचलित लिंग रूढ़ियों एवं जेंडर एक्टिविटी को पहचानना, समाजीकरण और रूढ़िवादिता लिंग रूढ़िवादिता को चुनौती देना और संबोधित करना। वही खण्ड शिक्षा अधिकारी पहाड़ी मिथिलेश कुमार ने बताया कि जीवन कौशल शिक्षा प्रशिक्षण तीन दिवसीय बीआरसी पहाड़ी में शुभारंभ हुआ। जिसमे प्रथम बैच मे उच्च प्राथमिक विद्यालय, कम्पोजिट विद्यालय एवं कस्तूरबा बालिका विद्यालय से 40 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को बुलाया गया। यह प्रशिक्षण सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। इस प्रशिक्षण मंे दो संदर्भदाता लगाये गये है।
इस मौके पर बालकृष्ण यादव, संदीप जायसवाल, प्रयाग नारायण मिश्र, जितेन्द्र कुमार, अनुराग सिंह, अरविंद कुमार, दलबीर सिंह, नवनीत प्यासी, संतोष कुमार, ज्योतिनारायण, मुन्ना सैनी आदि मौजूद रहे।