दलालों की मनमानी के आगे नतमस्तक जिम्मेदार अधिकारी
चित्रकूट।चित्रकूट जिले का सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय दलालों का अड्डा बना हुआ है जहां पर लाइसेंस बनाने व फिटनेस सहित अन्य कार्यों में दलालों द्वारा मनमाने तरीके से वसूली की जा रही है कार्यालय में दलालों की मनमानी इस तरह हावी है कि जिम्मेदार अधिकारी भी उनकी मनमानी के आगे नतमस्तक नजर आते हैं वहीं जब लाइसेंस बनाने वाले लोगों द्वारा अवैध पैसा लिए जाने का विरोध किया जाता है तो वह दलाल कहते हैं कि जाओ चाहे जहां शिकायत करो हमें किसी का डर नहीं है अगर तुमको लाइसेंस बनवाना है तो पैसे तो देने ही पड़ेंगे जिससे मजबूर होकर आम आदमी पैसे दे देता है lसहायक संभागीय परिवहन अधिकारी व कार्यालय में तैनात बाबुओं की मिलीभगत से दलालों द्वारा आम जनता को लूटने का काम किया जाता है जिसमें लाइसेंस बनाने के नाम पर लगभग पांच से छह हजार रुपए की वसूली की जाती है कार्यालय में लाइसेंस बनाने के नाम का वसूली चार्ट बना हुआ है जिसमें लर्निंग लाइसेंस की सरकारी फीस 350 रूपए व लाइट लाइसेंस की सरकारी फीस 01 हज़ार रुपए ली जाती है वहीं पेपर न देने के नाम पर दो से तीन हजार रूपए की अवैध वसूली की जाती है वहीं गाड़ी न चलाने के नाम पर एक हजार रूपए से पंद्रह सौ रुपए तक की अवैध वसूली की जाती है lसूत्रों के अनुसार पता चला है कि यह अवैध वसूली कार्यालय में तैनात प्राईवेट कर्मचारी अन्नू पाण्डेय, रामधनी उर्फ़ चुन्नू पाण्डेय व अंकित पटेल द्वारा की जाती है वहीं कार्यालय में अन्य कई दलाल हैं जो आम जनता को मनमाने तरीके से लूटने का काम कर रहे हैं वहीं कार्यालय के जिम्मेदार बाबू गुलाब चंद्र पटेल, अंजनी पाण्डेय व त्रिभुवन पाण्डेय द्वारा इन दलालों से मिलीभगत कर मनमाने तरीके से वसूली करवाते हैं व अपनी जेबें भरने का काम करते हैं वहीं सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार भी सब कुछ जानते हुए अनजान बन कर अवैध वसूली में सहयोग करते हैं इसी अवैध कमाई के चलते बाबू त्रिभुवन पाण्डेय स्थानान्तरण होने के बाद भी कार्यालय में जमे हुए हैं जबकि त्रिभुवन पाण्डेय स्थानांतरण लगभग तीन माह पूर्व हो चुका है lसहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में लाइसेंस बनाने के नाम पर आम आदमी का शोषण जारी है जहां पर दलालों द्वारा अवैध वसूली की जा रही है व इन दलालों की मनमानी इस तरह हावी है कि जब कोई अवैध पैसे लिए जाने के बारे में बात करता है तो यह दलाल उससे बदतमीजी पर उतर आते हैं जिससे हताश होकर आम आदमी सब कुछ जानते हुए भी लुटने को तैयार हो जाता है lसहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में लाइसेंस के नाम पर हो रही लूट पर क्या जिला प्रशासन लगाम लगाने का काम करेगा या फिर इन दलालों की मनमानी ऐसे ही चलती रहेगी व आम आदमी ऐसे ही लुटता रहेगा यह एक बड़ा सवाल है l