बैरसिया।। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की बैरसिया तहसील के ग्राम सेमरी कला गांव में जन्मे जयपालसिंह दांगी जब अपने गांव लौटे तो ग्रामीण जनों द्वारा पुष्प मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया गया। जो एक मिसाल बन गया. गांव वालों ने उसे सिर आंखों पर बैठा लिया. सेना और सैनिक के सम्मान के यह पल सबके लिए यादगार बन गए 17 साल के अपने सफर में जवान दिल्ली सिक्किम राजस्थान सहित देश के अलग-अलग राज्यों में सेवा दे चुके हैं भोपाल जिले के जयपाल सिंह दांगी भारतीय सेना में 17 साल सेवा देने के बाद रिटायर हो गये . जब वो घर पहुंचे तो उनका ऐसा स्वागत और सम्मान किया गया जिसकी कल्पना उन्होंने कभी नहीं की थी. उनके परम मित्र संतोष प्रजापति एवं ग्राम वासियों ने अपने लाड़ले का भव्य स्वागत किया. गांव के मुख्य मार्ग पर गांव वालों ने रास्ते में पुष्प बिछाए एवं जगह-जगह फूल बरसाए, पुष्प मालाएं पहनाई एवं जमकर आतिशबाजी हुई। महिलाओं ने उनकी आरती उतारी और फिर मंच सजाकर उन्हें साफा पहनाया गया। स्वागत की बेला को देख जवान विभोर हो गया और अपनी आंखों के आंसू रोक नहीं पाए। नन्हीं बच्चियों द्वारा स्वागत गीत एवं राष्ट्रीय गीत गाकर स्वागत किया सेल्फी लेने बालो की होड़ लग गई इस गांव में यह पहला ऐसा नजारा था जब कोई जवान भारत माता की रक्षा के लिए अपनी सेवा देकर घर पहुंचा हो और उसका ऐसा भव्य स्वागत किया गया हो. सम्मान के दौरान उनके साथ फोटो खिंचवाने और सेल्फी लेने के लिए लोगों में होड़ मच गयी. पूरे रास्ते देशभक्ति के गीत और नारे गूंजते रहे. लहराते तिरंगों के बीच बार-बार भारत माता के जयकारों से पूरा माहौल गूंजता रहा. उनके परिवारजनो का सीना चौड़ा हो गया फौजी ने कहा जो स्वागत उनके भाई का हुआ है, उसे देख कर उनका सीना चौड़ा हो गया है. वे चाहते हैं कि गांव के ज्यादा से ज्यादा युवा फौज में भर्ती हों. गांव वालों ने जो उनके भाई का स्वागत किया है, इसके लिए में सभी को धन्यवाद देता हूं.गांव के युवाओं को ट्रेनिंग देंगे सेमरी कला गांव के रिटायर्ज फौजी जयपाल दांगी 17 साल की अपनी नौकरी सिक्किम दिल्ली और राजस्थान अन्य राज्यों में पदस्थ रहे. जयपाल सिंह दांगी ने बताया कि अपना ऐसा सम्मान पाकर उनके पास शब्द नहीं हैं बयां करने के लिए. वो इसका ऋण गांव के युवाओं को फौज में भर्ती होने के लिए ट्रेंड करेंगे. जिसमें मुख्य रूप से ग्रामीण जन एवं मित्र जन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे