मध्यप्रदेश आशा/आशा सहयोगिनी श्रमिक संघ की बैठक आयोजित-आंचलिक ख़बरें-अशोक कुमार

Aanchalik Khabre
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नववर्ष मिलन समारोह एवं जिला स्तरीय आशा व सहयोगी कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई। जिसमें विदिशा के सातों ब्लॉको से 500 से अधिक आशा और सहयोगी कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।बैठक की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी कौरव के द्वारा की गई। प्रदेश टीम के नेतृत्व में सर्व सम्मति से नवीन जिलाध्यक्ष विनीता शर्मा को मनोनीत कर स्वागत किया गया एवं जिले की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया।साथ ही पूर्व जिलाध्यक्ष सीमा शर्मा का विदाई समारोह भी संपन्न किया गयासंगठन के तत्वाधान में आयोजित बैठक में संकल्प लिया गया कि वर्ष 2023 में संगठन के नेतृत्व में संघर्ष को और अधिक तीव्र किया जाएगा ताकि सरकार से आशा व आशा सहयोगी की मांगों को पूरा कराया जा सके और सरकार के ना मानने पर विधानसभा चुनाव में इसका जवाब दिया जाएगा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी कौरव के द्वारा समस्त आशा सहयोगी कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलवाया गया कि,
उसूलों पर जो आंच आए तो टकराना जरूरी है,जो जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है। आशा व सहयोगी के हक और अधिकार को प्राप्त किए बिना संघर्ष समाप्त नहीं होगा बल्कि और तीव्र होगा।आशा को 18000 और सहयोगी को 26000 न्यूनतम वेतन और नियमित कर्मचारी मान्य किया जाए।तब तक 24/06/2022 को मिशन संचालक छवि भारद्वाज के प्रस्ताव आशा कार्यकर्ता को 10000 और सहयोगी कार्यकर्ताओं को ₹15000 जब तक लागू नहीं कर दिया जाता है तब तक संगठन और संगठन के पदाधिकारी तथा प्रदेश की 84000 आशा और सहयोगी संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे।
Who विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आशा को ग्लोबल हेल्थ लीडरशिप का अवार्ड दिया लेकिन मध्यप्रदेश सरकार हमें बंधुआ मजदूर के रूप में उपयोग कर रही है।अभी भी समय है कि, सरकार 2023 के विधानसभा चुनाव तक आशा और सहयोगी की जीने लायक वेतन की मांग को प्रमुखता से पूरा करे अन्यथा चुनाव में हमारे विरोध का सामना करे।बैठक में वर्तमान में कोविड के प्रकोप से बचने तथा समुदाय को बचाने के लिए भी चर्चा
की गई।यदि बजट सत्र से पूर्व नहीं मानी गई तो संगठन के द्वारा भिंड जिले से पदयात्रा निकालते हुए भोपाल पहुंचकर सीएम हाउस का घेराव करने की चेतावनी दी गई और पदयात्रा की घोषणा की गई।

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