ब्यूरो
हरदोई/कछौना जम्मू कश्मीर के राजौरी में तैनात शहीद जवान शैलेंद्र वर्मा का पैतृक गाँव में मंगलवार की सुबह राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, अंतिम संस्कार में काफी भीड़ उमड़ पड़ी। ग्राम प्रधान मो.नसीम व प्रभारी निरीक्षक हंसमती ने श्रद्धाजंलि दी। क्षेत्रीय विधायक रामपाल वर्मा ने बताया कि वह शहीद परिवार के साथ हैं। सरकार से शहीद परिवार के लिए, पत्नी व बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रयास करेंगे। बच्चे, जवान, बुजुर्ग, महिलाओं ने नम आंखों से विदाई दी। बीती रात में शहीद जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। मंगलवार की सुबह शहीद जवान का पैतृक गांव में राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। तिरंगे में लिपटे शव को देखकर सभी की आंखें नम हो गईं। उनके गांव का लाल खेलकूद और पढ़ाई में होनहार था। उसके अंदर देश सेवा कूट-कूट कर भरी थी इसलिए उसने देश की सेवा करने के लिए सेना में जाने का निर्णय लिया था।
विकास खंड कछौना की ग्रामसभा कछौना देहात के गांव पंचमखेड़ा निवासी सेवानिवृत्त ग्राम विकास अधिकारी भिखारी लाल का होनहार लाल था। वह वर्ष 2003 में बीएसएफ में कांस्टेबल के पद पर चयनित हुआ था एवं उसकी शादी 2019 में हुई। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं जिन्हें शहीद जवान छोड़कर चला गया। शायद उन मासूमों को यह एहसास भी नहीं कि उनके पिता सदैव इस दुनिया से चले गए। पत्नी, बुजुर्ग माता-पिता, भाई-बहन का रो-रो कर बुरा हाल है। शहीद जवान के अंतिम संस्कार में भाई ने मुखाग्नि दी। सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। सभी को अपने गांव के लाल के खोने का गम है। उसकी यादें लोगों के जीवन में हमेशा बनी रहेगी।