यूपी के पीलीभीत जनपद के पूरनपुर और जहानाबाद के प्रेमी युगल की शादी हिन्दू, मुस्लिम और इसाई के पेंच में फंस गई है। दोनों ने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया है। उन्होंने सनातन धर्म में आस्था रखते हुये हिन्दू रीति रिवाज से शादी की लेकिन अब घरवालों के डर से मोबाइल बंद कर लिया है। आरोप है कि छात्रा के घरवाले युवक को धमका रहे हैं। उसके परिवार वालों को भी डराया धमकाया जा रहा है।
पीलीभीत में जहानाबाद के एमी गांव के रहने वाले अनेंद्र पाल अपनी ससुराल पूरनपुर के जटपुरा में रहते हैं। अनेंद्र के घर जटपुरा में गुरुवार को ताला लगा रहा। अनेंद्र पूरनपुर के एक निजी अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मी स्वच्छकार हैं। बुधवार को उनके बेटे अमित ने जहानाबाद क्षेत्र में ललौरीखेडा ब्लाक के अंतर्गत गांव कनाकोर निवासी बाबू बख्श की बेटी नूर बी से बरेली के बिहारीपुर में अगस्त्य आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखधार के समक्ष सनातनी रीति रिवाज से शादी की थी। आचार्य केके शंखधार ने बताया कि अमित ने बताया कि वह ईसाई है। छात्रा ने खुद को मुस्लिम बताया। दोनों ने कहा कि हिन्दू धर्म में उनकी आस्था है। इस वजह से उन्होंने रीति रिवाज और वैदिक परंपराओं के जरिये उनकी शादी करवा दी है। उन्होंने किसी का धर्म परिवर्तन नहीं कराया है। आचार्य ने बुधवार को शादी करवाने के बाद कन्यादान कर दोनों को विदा कर दिया। लेकिन छात्रा के घरवालों के डर से अमित अपने घर नहीं गया है। उसने मोबाइल नंबर बंद कर लिया है। युगल को जान का खतरा बना हुआ है।
हिन्दू धर्म में आस्था, नूर बी से निशा बन गई,
छात्रा नूर बी हिन्दू धर्म में आस्था की वजह से निशा बन गई है। उसने कहा कि वह बालिग है। अपना अच्छा भला जानती है। अमित की कुछ दिन पहले ही नौकरी लगी थी। अब दोनों किसी दूसरे शहर में जाकर अपनी जिंदगी बिताएंगे। दोनों देवी के उपासक हैं। नवरात्र में उनकी ही उपासना करेंगे।
छात्रा के पिता बाबू बख्श ने बताया कि उनकी बेटी 24 को कालेज गई थी। इसके बाद से लापता हो गई। वह बालिग हैञ 26 को मामले की शिकायत जहानाबाद थाने में की गई थी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की है। उनकी बेटी अब कहां है। उसने शादी कि या नहीं। इसकी जानकारी नहीं है।
पूरनपुर में जठपुरा गांव की रहने वाली अमित की मां गुल्ली देवी ने बताया कि वह इसी गांव में पैदा हुईं थी। वह बाल्मिीकि हैं। जन्म से हिन्दू हैं। उन्होंने कभी ईसाई धर्म स्वीकार नहीं किया है।