रात 2 बजे जब मां ढूंढते पहुंची मां मनाती रही- बेटा घर चल; वो बोला- मां आप चलो, मैं आता हूं
तब शव कुत्ते नोंच रहे थे
मध्यप्रदेश की राजधानी में आवारा कुत्तों और जंगली जानवरों का आतंक किस कदर हावी है, इसका सबसे डरावना सच है 7 साल के रितिक की रूह कंपा देने वाली मौत । रितिक अपनी मां प्रीति भमोरे और चार साल छोटे भाई के साथ निशातपुरा स्थित द्रोणांचल मिलिट्री एरिया में रहता था। वो हर रात घर के बाहर साइकिल चलाता। बुधवार रात भी वह साइकिल चला रहा था, लेकिन जब रात 2 बजे तक वो घर नहीं लौटा तो मां ढूंढने निकली। मोहल्ले पड़ोस के लोग तलाश में जुटे ढूंढते ढूंढते जब सुबह के साढ़े चार बज गए, तब झाड़ियों में रितिक का आधा शव मिला। उसे कुत्ते नोच-नोचकर खा रहे थे। शव के कमर से नीचे का हिस्सा गायब था। उसकी शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि मौत जानवरों के काटने से हुई है।
दो बेटों के साथ एक मेजर के घर सवेंट क्वार्टर में रहती हूं। पति खंडवा में रहते हैं। बुधवार रात जब रितिक मेरे साथ ही • पास बने पार्क में साइकिल चलाने गया था। वहां कई लोग मौजूद थे। जब 11 बज गए तो मैंने रितिक से कहा- घर चलो। तो रितिक बोला- मां आप जाओ, मैं जल्दी आ रहा हूं। घर पहुंचते ही छोटे बेटे को सुलाते वक्त मेरी नींद लग गई। रात करीब 2 बजे जब नींद खुली तो रितिक घर में नहीं था। ढूंढना शुरू किया। जहां रितिक को छोड़ा था, वहां पहुंची तो सिर्फ साइकिल मिली। मैंने रिश्तेदारों को उठाया और बेटे को खोजना शुरू किया। अल सुबह करीब साढ़े चार बजे झाड़ियों में रितिक का शव मिला, उसे कुत्ते नोच कर खा रहे थे। इसे देखकर मेरी रूह कांप गई। (जैसा मां प्रीति ने पुलिस को बताया)
जानवर कौन थे, ये स्पष्ट नहीं हो पाया है। मौके पर वन विभाग की भी एक टीम पहुंची। भोपाल फॉरेस्ट सर्किल के सीसीएफ रवींद्र सक्सेना ने बताया कि रितिक का शव जहां मिला है, वहां सियार, जंगली सूअर और स्ट्रीट डॉग्स की मौजूदगी के प्रमाण मिले हैं। फिलहाल पुलिस ने पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है