डेढ़ लाख रुपए में हो सकेगा निसंतान दंपतियों का इलाज, स्पर्म बैंक भी खुलेंगे
प्रदेश के निसंतान दंपतियों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही महिलाओं में बांझपन का इलाज आधुनिक तकनीक से भोपाल समेत प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेज में हो सकेगा, वो भी बहुत कम पैसों में इसी के साथ स्पर्म बैंक भी खुलेंगे। दरअसल, सामने हाल ही में राज्य सरकार की ओर से भोपाल समेत प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों में इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) सेंटर के लिए मंजूरी दी गई है। इन सेंटर्स पर एक से डेढ़ लाख रुपए में इलाज संभव हो सकेगा। एक सेंटर को बनाने में करीब 2 से 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे
40 हजार महिलाओं की कैंप में कराई गई थी जांच प्रदेश में इनफर्टिलिटी रेट तेजी से बढ़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा 40 हजार 662 महिलाओं की शिविरों में जांच की गई थी। इनमें से 7.3% में इनफर्टिलिटी की समस्या सामने आई थी, जबकि 5.3% महिलाएं ऐसी मिली थीं, जो एक बार भी मां नहीं बन पाई थीं। वहीं, 2% महिलाओं ऐसी थीं, जो गर्भवती हुई, लेकिन किसी न किसी कारण से मां नहीं बन सकीं। वर्तमान में 4.8 फीसदी महिलाओं में इनफर्टिलिटी आ रही है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि आईवीएफ सेंटर शुरू करने के पहले छह मेडिकल कॉलेजों में से 2-2 डॉक्टर्स का चयन किया जाएगा। इन डॉक्टर्स को एनएचएम द्वारा आइवीएफ के लिए स्पेशल ट्रेनिंग
इलाज होने के बाद महिलाओं को संतान सुख मिल सकेगा। निजी जन सहभागिता (पीपीपी मोड) योजना के तहत खुलने वाले इन सेंटर्स के लिए जल्द टेंडर बुलाएं जाएंगे। इसके लिए आउट सोर्स कंपनी को सेंटर तैयार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
छह मेडिकल कॉलेजों में बनेगा आईवीएफ सेंटर-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग
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