2020-21 फसल बीमा दावा राशि का भुगतान-आँचलिक ख़बरें-राजेंद्र राठौर

News Desk
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 एवं रबी 2020-21 फसल बीमा दावा राशि का भुगतान आज 12 फरवरी को मुख्यमंत्री द्वारा बैतुल से लाईव टेलीकास्ट प्रसारित हुआ
फसल क्षति बीमा के झाबुआ जिले के 45666 कृषकों के खाते में रू. 20.49 करोड़ की राशि प्रदेश के मुख्यमंत्री डीबीटी के माध्यम से राशि हितगाहियों के खाते में जारी की गई खेती किसानी के क्षेत्र में ऐतहासिक पहल
फसल क्षति बीमा दावा की स्वीकृत प्रदेश के इतिहास में पहली बार
कृषि उपज मण्डी प्रांगण झाबुआ में कार्यक्रम आयोजित-किसानों के खातों में फसल बीमा दावा राशि जमा की गई ।

देश में फसल क्षति की सबसे बड़ी सहायता राशि का वितरण आज 12 फरवरी को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा बैतूल जिले से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत खरीफ मौसम 2020 एवं रबी मौसम 2020-21 की फसल बीमा दावा राशि का भुगतान सिंगल क्लिक के माध्यम से कार्यक्रम आयोजित है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत आज मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के 49 लाख दावों का कृषकों को राशि का भुगतान बैतूल जिले से सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों के खातों में जमा की जा रही है। उक्त कार्यक्रम का लाईव प्रसारण जिला स्तर पर कृषि उपज मण्डी प्रांगण झाबुआ में दिनांक 12 फरवरी 2022 को प्रातः 10ः30 बजे से आयोजित किया गया था। जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक उपस्थित थे। विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, भाजपा के जिला महामंत्री सोमसिंह सोलंकी, कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष अजयसिंह डामोर, माननीय सभापति स्थाई समिति जिला पंचायत एवं अध्यक्ष जनपद पंचायत मेघनगर श्रीमती सुशीला प्रेमसिंह भाबर उपस्थित थे। माननीय अतिथियों के द्वारा मॉ सरस्वती की मुर्ति पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया। अतिथियों का पुष्पहार, पुष्पगुच्छ से अभिनंदन किया गया। आयोजन में जिले के अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधिगण एवं जिले के विभिन्न विकासखण्डों से बडी संख्या में अन्नदाता कृषक उपस्थित थे।
इस आयोजन की सम्पूर्ण रूपरेखा उप संचालक कृषि नगीन रावत के द्वारा प्रस्तुत की गई। मुख्य अतिथि लक्ष्मणसिंह नायक द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार वर्ष 2003 से किसानों के हित में एवं किसानों की उन्नती में निरंतर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समृद्ध करने का प्रयास कर रही है। कृषि को लाभ का धंधा बना दिया गया है। जब तक कोई किसान सम्पन्न नहीं हो जाता तब तक देश सम्पन्न नहीं हो सकता। देश में सबसे बडी आबादी किसानों की है। शासन ने किसान सम्मान निधि किसानों के हित में जारी कर उनकी आय दुगनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। शासन ने निःशुल्क गैस कनेक्शन, बीमारी में निःशुल्क ईलाज आयुष्मान कार्ड के माध्यम से 5 लाख तक करवा सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में सनराईज स्कूल खोलें जा रहे हैं। जहां पर उच्च प्रकार की सुविधा का लाभ लेकर गरीब के बच्चे भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर में शुद्धपेय जल नल के माध्यम से दिया जा रहा है। भाजपा पदाधिकारी सोमसिंह सोलंकी ने अपने उद्बोधन में कहा की प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के द्वारा जिले के किसानों को जो राशि दी गई है। झाबुआ के इतिहास में मध्यप्रदेश के इतिहास में इतनी बड़ी राशि देकर झाबुआ को गौरान्वित किया है। झाबुआ के लिए ही नहीं देश एवं प्रदेश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। माननीय सभापति स्थाई समिति जिला पंचायत एवं अध्यक्ष जनपद पंचायत मेघनगर श्रीमती सुशीला प्रेमसिंह भाबर द्वारा अपने उद्बोधन में कहा की राज्य शासन द्वारा किसानों के हित में कई योजनाए प्रचलित है। इसका अधिक से अधिक लाभ ले। खेती व्यवसाय में इस तरह की फसले भी लगाए जिससे आपको प्रतिदिन आर्थिक लाभ हो आप खेत में उन्नत गुलाब के फुल, एप्पल बैर आदि से अपनी आय को निरंतर बड़ा सकते है। शासन द्वारा महिलाओं के लिए कई योजनाए के माध्यम से सशक्त किया है। वहीं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओ को आर्थिक समृद्धि प्राप्त हुई है।
कार्यक्रम स्थल पर माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन शिवराजसिह चौहान, माननीय केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, किसान कल्याण एवं कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा वर्चुअल रूप से अपना उद्बोधन दिया।
आज जिले के लिए ऐतिहासिक निर्णय के रूप में देखा गया जिसमें प्रदेश में प्रथम बार मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन शिवराज सिंह चौहान के द्वारा प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 एवं रबी 2020-21 फसल बीमा दावा राशि का भुगतान 12 फरवरी को लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से वन क्लिक कर किसानों के खातों में जमा की गई। झाबुआ जिले के कुल दावे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत लाभान्वित 45,666 किसानों के खाते में रुपए 20.49 करोड़ जमा हुए। झाबुआ जिले के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में है। समारोह स्थल पर जिन हितग्राहियों को प्रतिकात्मक रूप से माननीय अतिथियों के द्वारा हितग्राहियों को चैक दिए गए है। उनमें रघुपालसिंह जी राठौर बोडायता को रूपए 69.971, कालिया जी पानकी को 71622 रूपए, पन्नालाल पाटिदार अगराल को 70914 रूपए, गिरधारी नानुराम जी रामगढ़ को 80484 रूपए, गोविंद कन्हैयालाल राठौर पेटलावद को 76826 रूपए दिए गए।
इस योजना में प्राकृतिक कारणों से फसल का होने वाले नुकसान पर आर्थिक सहायता, किसान को आय में स्थिरता, नवीन तकनीकी को अपनाने का प्रोत्साहन मिलता है, जिससे अगले मौसम में खेती किसानी करने के लिये सुरक्षा कवच का काम करते हुए इस विपत्ति की घडी में वरदान के रूप में साबित होगा।
किसानों के कल्याण के प्रति संवेदनशील सरकार द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम जिला स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर टी.वी. द्वारा लाईव टेलीकास्ट/रेडियो के माध्यम से सुनने की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम का जीवन्त प्रसारण हमारे अन्नदाता कृषकों क साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के लिये भी सुलभ था। कोविड-19 गाईड लाईन का ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में www.mygov.in पोर्टल पर Register Now डायरेक्ट लिंक के माध्यम से अपने रजिर्स्टड एण्ड्रोईड मोबाईल फोन से सेल्फ रजिस्ट्रेशन कर उक्त कार्यक्रम का सीधा प्रसारण अपने घर पर रहकर भी देखा गया।
जिले में खरीफ मौसम अन्तर्गत जिला स्तर पर उडद फसल तथा तहसील स्तर पर मूॅगफली, ज्वार एवं कपास फसल अधिसूचित है। पटवारी हल्का स्तर पर सोयाबीन, मक्का, धान फसल अधिसूचित है। मुख्य फसलें पटवारी हल्का स्तर पर अधिसूचित की जाती है जिसका न्यूनतम रकबा 100 हेक्ट. अधिसूचना के लिए निर्धारित है। अन्य फसलों का रकबा न्यूनतम 500 हेक्ट. होने की स्थिति में तहसील एवं जिला स्तर के लिये फसलों के लिए अधिसूचना जारी की जाती है।
इसमें समस्त किसानों को खरीफ फसल में अनाज, तिलहन एवं दलहन फसलों के लिये खरीफ मौसम में फसल बीमा कराने के लिये कृषकों के लिए स्वीकृत ऋणमान का मात्र 2 प्रतिशत प्रीमियम राशि है। चूंकि कपास की फसल नगदी फसल के रूप में मानी जाती है, इसलिए कपास फसल के बीमा हेतु स्वीकृत ऋणमान का मात्र 5 प्रतिशत प्रीमियम है। रबी मौसम की फसलों के लिये स्वीकृत ऋणमान का मात्र 1.5 प्रतिशत प्रीमियम राशि है। फसलों के फसल बीमा के लिए फसल एवं क्षेत्र अधिसूचित होना आवश्यक है। अधिसूचित क्षेत्र के लिए अधिसूचित फसल का ही फसल बीमा किया जाता है।
फसल बीमा दावा राशि का आंकलन, बीमित क्षेत्र की पिछले वर्षों की औसत उपज (थ्रेशोल्ड उपज) से वास्तविक औसत उपज (फसल कटाई प्रयोगों में प्राप्त के आधार पर) अन्तर के आधार पर किया जाता है। अधिसूचित क्षेत्र में औसत उपज (थ्रेशहोल्ड उपज) से वास्तविक उपज कम होने की स्थिति में किसान को फसल बीमा का लाभ देय सुनिश्चित होता है।
खेती किसानी का काम अनिश्चितता से भरा होता है। किसानों को कई जोखिमों का सामना करना पड़ता है। समय-प्रतिसमय मौसम की विषमताओं से भी फसलों को नुकसानी की आशंका रहती है। कई बार व्यापक क्षेत्र में अचानक कीट व्याधि प्रकोप भी हो जाता है। इन सब परिस्थितियों से खेती किसानी को सुरक्षित रखने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक कवच है।
इस संबंध में कलेक्टर सोमेश मिश्रा के द्वारा दिनांक 10 फरवरी को आदेश जारी किया है। जिसमें इस आयोजन को सफल बनाए जाने हेतु जिला अग्रणी बैंक अधिकारी, वरिष्ठ महाप्रबंध जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, क्षेत्रीय प्रबंधक मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत समस्त, कार्यपालन यंत्री विद्युत म.प्र.वि.क.लि., सचिव कृषि उपज मंडी, उप संचालक कृषि जिला सूचना अधिकारी, जिला प्रबंधक ई-गर्वनेंस, वरिष्ठ वैज्ञानिक सह प्रमुख्य कृषि विभाग केन्द्र, जिला जनसंपर्क अधिकारी को निर्देश जारी किए गए थे। जिले में इस आयोजन के अतिरिक्त ग्राम पंचायत स्तर,जनपद पंचायत स्तर पर भी वर्चुअल रूप से यह कार्यक्रम को देखने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।

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