रमेश कुमार पाण्डे
जिला जबलपुर – सिहोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश सरकार से आर-पार की लड़ाई का शंखनाद कर चुकी लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने आंदोलन का 81 वाँ धरना पुराने बस स्टैंड सिहोरा में दिया। समिति ने घोषित किया कि मध्य प्रदेश सरकार से अनुरोध के सारे मार्ग बंद होने के बाद 11 अप्रैल से जिला नहीं तो वोट नहीं अभियान की रूपरेखा तय कर ली गई है। सिहोरा के प्रत्येक घर में लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति द्वारा जिला नहीं तो वोट नहीं के स्टीकर चिपका कर प्रत्येक नगरवासी को आंदोलन हेतु तैयार किया जाएगा।
इधर धरना उधर विधायक के जन्मदिन का जश्न- लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति जिस समय पुराने बस स्टैंड सिहोरा में जिला बनाने की मांग पर आंदोलन कर रही थी ठीक उसी समय संपूर्ण सत्ता से जुड़े लोग विधायक नंदनी मरावी के जन्मदिन का जश्न चंद कदम दूर रेस्ट हाउस सिहोरा में मनाते रहे। सत्ता संगठन से जुड़े लोग जहाँ विधायक के जन्मदिन के जश्न में सिहोरा के विकास की लंबी-लंबी गाथाएं गा कर विधायक नंदनी मरावी को सिहोरा के विकास का मुख्य सूत्रधार बता रहे थे वही लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति अपने पंडाल से यह पूछती रही कि ऐसी कौन सी उपलब्धि है जिसे विगत 20 वर्षों में भाजपा विधायक ने सिहोरा को दिया है।
बना बनाया जिला रोका भाजपा ने- लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने 81वें के धरने में सत्तारूढ़ भाजपा पर आरोप लगाया कि 11 जुलाई 2003 के राज पत्र के प्रकाशन और 1 अक्टूबर 2003 में मिली कैबिनेट की मंजूरी के बाद सिहोरा जिला बन चुका था ।भाजपा ने जनमानस की भावना को दरकिनार काट गलत तरीके से सिहोरा जिला की अंतिम अधिसूचना को रोक कर रखा है। जो लोग सिहोरा के विकास की लंबी लंबी बातें कर रहे हैं वे बताएं कि क्या सिहोरा का जिला बनना सिहोरा के विकास के लिए बाधक होता।
आज के धरने में लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के नागेंद्र क़ुररिया ,अनिल जैन अमित बक्शी, मानस तिवारी ,संजय पाठक ,संतोष वर्मा ,विकास दुबे सुशील जैन, नत्थू पटेल राम जी शुक्ला पन्नालाल रामलाल यादव, अजय विश्वकर्मा सत्येंद्र तिवारी मोहन सोंधिया ,अन्नू क़ुररिया, एम एल गौतम कुक्कू गुप्ता सहित अनेक सिहोरावासी मौजूद रहे।