देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंच रहे हैं जल भरने के लिए कांवरिया
सावन शुरू होने में महज 1 सप्ताह शेष है ऐसे में कोरोना के कारण सुल्तानगंज से देवघर तक लगने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर अभी भी बिहार में संशय बना हुआ है। हालांकि झारखंड सरकार के द्वारा मेला का आयोजन नहीं होने की घोषणा कर दी गई है और बाबा बैद्यनाथ का पट अभी तक श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया है लेकिन सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा तट पर अवस्थित बाबा अजगैबीनाथ धाम मंदिर में जहां सावन माह के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों शिव भक्त सुल्तानगंज पहुंचते हैं यहां पहुंच कर सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा में डुबकी लगाकर बाबा अजगैबीनाथ मंदिर में माथा टेकने के बाद 105 किलोमीटर की लंबी पदयात्रा कर देवघर पहुंचकर रामेश्वर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं।
ऐसे में लगातार दुसरे वर्ष भी कांवर यात्रा नहीं होने पर शिव भक्तों को निराश होना पड़ सकता है। बिहार में भी मंदिर बंद रहने के बावजूद भी हजारों की संख्या में प्रतिदिन बिहार, बंगाल ,उड़ीसा, उत्तर प्रदेश सहित अन्य जगहों से कांवरियों के झुंड सुल्तानगंज पहुंच रहे हैं और यहां से जल भर कर बाबा बैद्यनाथ के लिए प्रस्थान कर रहे हैं ऐसे में कई कांवरियों का कहना है कि कांवर यात्रा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के तहत शुरू होना चाहिए। कुछ कावड़ियों का कहना है कि जब मन बन गया तो बाबा को जल चढ़ाने निकल पड़े ।