जिला झाबुआ मध्य प्रदेश
राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस की संयुक्त टीम ने ग्राम टांडी में BEMS(यूनानी) डॉक्टर को एलोपैथिक पद्धति से इलाज करते रंगे हाथ पकड़ा।
19 फरवरी शनिवार को झाबुआ जिले कि रानापुर तहसील से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम टांडी में राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा यूनानी डॉक्टर के यहां पर कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में BEMS(यूनानी) डॉक्टर को एलोपैथिक पद्धति से इलाज करते हुए रंगे हाथ संयुक्त टीम के द्वारा पकड़ा गया। इस मामले में ब्लॉक रानापुर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर जी एस चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि, ग्राम टांडी में क्लीनिक चला रहे पशुपति मंडल नाम के डॉक्टर, जिनके पास BEMS (यूनानी) डिग्री है. लेकिन वह एलोपैथिक पद्धति से इलाज करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। वहां से कई एलोपैथिक दवाइयां जप्त की गई. इंजेक्शन सिरिंज भी जप्त की गई. बीएमओ के द्वारा पंचनामा तैयार कर एवं डिग्री को जप्त क.र प्रतिवेदन बनाकर राणापुर थाने में एफ. आई. आर. दर्ज करवाई गई है।
क्या हर बार की तरह प्रशासन के द्वारा एक डॉक्टर पर कार्रवाई करके खानापूर्ति कर ली जाएगी. या फिर इस तरह की कार्यवाही पूरे जिले में गंभीरता से की जाएगी। क्योंकि जिले में कई ग्रामीण क्षेत्रों में शहरों में ऐसे कई डॉक्टर हो सकते हैं। क्या प्रशासन इन पर भी कार्रवाई करेगा. या यह लोग पैसों की लालच में जिले की भोली-भाली जनता की जान से खिलवाड़ करते रहेंगे। प्रशासन को गंभीरता से लेते हुए निजी क्लीनिक पर औचक कार्रवाई करना चाहिए। इस तरह के कार्य अमाननीय है. पैसे कमाने के चक्कर में पशुपति मंडल जैसे डॉक्टर जनता की जान से खिलवाड़ कब तक करते रहेंगे।