चश्मदीद की मानें तो सरीला सी,ओ की गाड़ी से हुआ एक्सीडेंट पुलिस की गाड़ी एक्सीडेंट करके घायल को अस्पताल ले जाने के लिए तो निकली, लेकिन राठ में किसी आउटर पर ही छोड़ दिया, बताया यह भी जा रहा है कि पुलिस का कोई दलाल जो बालू का अवैध कारोबार करता है, पुलिस के कहने पर आउटर से राठ स्वास्थ्य केंद्र तक ले गया, और वह भी वहां से फरार हो गया जिससे कि पुलिस पर कोई उंगली ना उठा सके
मामला जनपद हमीरपुर के जरिया थाने के अंतर्गत आने वाले सरीला तहसील के ग्राम रिगवारा है, जहां पर गाड़ी नंबर यूपी 95 A 7211 पर वरदानी पुत्र मोहन लाल निवासी ग्राम उमरिया थाना जरिया जो कि राठ से रिगवारा जा रहा था,तभी सरीला की ओर से आ रही पुलिस विभाग की एक नीली गाड़ी ने जोरदार से टक्कर मार दी, जिससे मोटरसाइकिल सवार गंभीर रूप से घायल हो गया, पुलिस कर्मचारियों ने युवक को अपनी गाड़ी में रख कर इलाज के लिए राठ ले गए, और घायल को जलालपुर रोड के आउटर पर ही छोड़ कर चले गए, जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ है उस गाड़ी की नंबर प्लेट टूटकर सड़क पर ही गिर गई, जिसका आधार नंबर ही दिखाई दे रहा है,
अगर एक्सीडेंट करने वाली गाड़ी पुलिस की है तो क्या पुलिस को यह काम शोभा देता है कि किसी भी घायल व्यक्ति को सड़क पर मरने के लिए छोड़ कर चली जाए, जहां एक ओर जनपद हमीरपुर की पुलिस किसी बीमार आदमी को उठाकर दरोगा और सिपाही अस्पताल में भर्ती कराते दिखाई दे रहे हैं. वही जरिया थाने की पुलिस पहले एक्सीडेंट करती है और फिर घायल को मरने के लिए ही किसी सड़क पर छोड़ कर भाग जाती है,
वही राठ स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टर संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि घायल की हालत काफी सीरियस है और इसे कोई अनजान आदमी सड़क से उठाकर राठ स्वास्थ्य केंद्र में छोड़ गया था, घायल की परिस्थितियां देखकर औपचारिक इलाज के बाद उसे झांसी रिफ़र कर दिया गया है
अब देखना यह है की पुलिस क्या भूमिका निभाती है क्या आपने अधिकारी को बचाती है या फिर कानूनी कार्रवाई करके पीड़ित को न्याय दिलाती है