बुधवार को मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ के पूरे जिले के कार्यकर्ता सुबह 10:00 बजे से मंडी प्रांगण में एकत्रित होना शुरू हुए। 1:00 बजे तक लगभग डेढ़ से दो हजार कार्यकर्ता उपस्थित हो गए। यहां से संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर नारे लगाते हुए रैली निकाली गई जो कलेक्टर कार्यालय पहुंची। संघ के कार्यकर्ता अपनी मांगों का ज्ञापन कलेक्टर रजनी सिंह को देना चाहते थे लेकिन मौके पर एसडीएम पहुंचे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा हम कलेक्टर मैडम को ही ज्ञापन सौंपेंगे और उन्हें ही अपनी पीड़ा सुनाएंगे वह भी महिला है हमारी पीड़ा जरूर समझेगी लेकिन 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक इंतजार करने के बाद भी कलेक्टर नहीं पहुंची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता परेशान होती रही। कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता छोटे बच्चों को साथ लेकर आई थी पूरे जिले से आई हुई महिलाएं वापस जाने के लिए परेशान हो रही थी लेकिन उन्हें उम्मीद थी कलेक्टर मैडम हमसे जरूर मिलेगी लेकिन शाम 5:30 बजे तक कलेक्टर के ना पहुंचने पर ज्ञापन एसडीएम को सौंप दिया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम अपने ज्ञापन में अपनी प्रमुख मांगे रखी जिसमें उन्हें परमानेंट किया जाए, मानदेय समय पर दिया जाए, मध्य प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा 15 सो रुपए बढ़ाए गए थे। जिसे कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया था। वह कैसे हमारे एरियर के रूप में भुगतान किए जाए, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का विभाग की ओर से 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा कराया जाए और आयुष्मान योजना की पात्रता में शामिल किया जाए ऐसी अन्य मांगे रखी।
मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ की प्रदेश प्रभारी श्रीमती गंगा गोयल ने बताया हम दोपहर 2 बजे से कलेक्टर कार्यालय मैं ठंड में जमीन पर बैठकर कलेक्टर का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन शाम की 5 बजे तक कलेक्टर मैडम हमारी समस्या सुनने नहीं आई पूरे जिले से कार्यकर्ता आई हैं ठंड में छोटे बच्चों को साथ लेकर प्रदर्शन में शामिल हुई हैं उनकी समस्याओं को कोई नहीं समझ रहा। हम बार-बार ज्ञापन देकर सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने के लिए कह रहे हैं। लेकिन सरकार हमारी मांगे नहीं मान रही है।
आंगनवाड़ी संघ की जिला अध्यक्ष श्रीमती ज्योत्सना दिक्षित ने कहा मुख्यमंत्री हमें अपनी बहन कहते हैं लेकिन बहनों की उन्हें कोई चिंता नहीं है उनकी भांजीया भी परेशान हो रही है। हम सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाते हैं लेकिन हमारा ही घर इतने कम मानदेय से नहीं चल रहा। हम हमारे बच्चों को सही शिक्षा और पोषण नहीं दे पा रहे सालों से कार्य कर रहे हैं लेकिन आज तक हमें परमानेंट नहीं किया गया अपनी मांगों की लड़ाई लड़ते लड़ते परेशान हो गए हैं आखिर हमारा क्या दोष है जो हमारे साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ का समर्थन करने विधायक कांतिलाल भूरिया भी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। विधायक ने कहा मुझे ज्ञापन दीजिए मैं आपकी मांगों को लेकर राज्यपाल से बात करूंगा और विधानसभा में भी आपकी बात रखूंगा आपकी सारी मांगे जायज है सरकार को इन्हें जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।
विधायक आए तो समर्थन करने थे मगर उन्हें विरोध भी झेलना पड़ा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ ने विधायक से कहा भाजपा सरकार ने हमारे 15 सो रुपए बढ़ाए थे लेकिन कमलनाथ सरकार आते ही उसे बंद कर दिया गया आप पहले हमें वह पैसे एरियर के रूप में दिलवाए हमें वादा या आश्वासन नहीं चाहिए हमें हमारा हक चाहिए।
एसडीएम ने कई बार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की कलेक्टर मैडम फील्ड में हैं उन्हें आने में समय लगेगा आप मुझे ज्ञापन सोप दे, लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कलेक्टर मैडम हमारी समस्या सुनने जरूर आएंगी। पर शाम 5:30 बजते बजते आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी परेशान होने लगी और एसडीम को ज्ञापन सौंपकर चले गए। लेकिन जाते-जाते एसडीएम को कहा हमारी मांगे जल्द पूरी की जाए अन्यथा 23 जनवरी से हम तालाबंदी हड़ताल करेंगे उसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी।