झुंझुनू।माथे पर कुमकुम का टीका,अक्षत,गले में फूलों की माला सम्मान पूर्वक ओढ़ाई जा रही हो शॉल हर कोई इन पलों को संजोना चाहता हो अपने मोबाइल में साथ में शहर के सुप्रसिद्ध गायक हाथ में माइक लेकर गायन की शानदार दे रहें हो प्रस्तुति और कार्यक्रम का संचालन हो एक ऐसे हाथों में जो पूरे जिले में जानी जाती हो अपने संतुलित शब्दों के द्वारा कार्यक्रम को गरिमामय बनाने के लिए तो यकीनन यही माना जाता है की किसी नेता,अभिनेता,अधिकारी या फिर किसी बड़े उद्योगपति का कोई सम्मान समारोह या फिर कोई विशेष आयोजन हो रहा है।लेकिन कल 26 जुलाई को नजारा बिल्कुल यही था बस फर्क महज इतना ही था यहां पर ना कोई नेता,ना अभिनेता ना ही किसी बड़ी सेलिब्रिटी या अधिकारी का कोई आयोजन फिर भी सब कुछ वैसा ही भव्य व भावनाओं से ओतप्रोत कार्यक्रम वह भी एक सार्थक संदेश व एक नये नवाचार के साथ मनाया जा रहा था जन्मदिन।
जन्मोत्सव पर पधारें हुए लोगों के चेहरे पर एक अलग अनुभूति हर कोई महसूस कर रहा था।कल मानसून की जोरदार बारिश के बावजूद जिसे भी मालूम चला जन्मोत्सव को यादगार बनाने पहुंचे।मौसम की वजह से जो स्नेहीजन नहीं पहुंच पाए उन परिचितों की वजह से आज उन्होंने उनके दैनिक कार्यों को करने में थोड़ी देर अवश्य करवाई लेकिन शुभकामनाएं देने का अपना कर्म व धर्म जरूर निभाया।जी,हां! हम बात कर रहें है झुंझुनू शहर में पिछले 11 वर्षों से सूरजगढ़ निवासी अब झुंझुनू का जाना पहचाना चेहरा साइकिल पर सुबह से दोपहर और फिर सायंकाल को भी ऊंची ऊंची स्वयं निर्मित समाचार पत्रों की टैग लाइन आवाज लगाकर समाचार पत्र वितरण करने वाले दिलीप यादव की।
झुंझुनू नगर परिषद के आयुक्त रामनिवास कुमावत ने दिलीप यादव की दिनचर्या व अलग अंदाज में समाचार पत्र वितरण आज के दौर में भी कर स्वयं के स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण संरक्षण का भी सार्थक संदेश देने के प्रयास को भांप कर उनके जन्मदिन पर एक आयोजन की सूझी तो आयुक्त कुमावत ने झुंझुनू के भगवान दास खेतान हॉस्पिटल में नेकी की रसोई भामाशाहों के आर्थिक सहयोग से संचालित करने वाले देवकीनंदन कुमावत से संपर्क साधकर यादव का जन्मदिन वहां मनाने का प्रस्ताव रखा जिससे जन्मदिवस पर फिजूलखर्ची ना करके जरूरतमंदों के लिए कुछ किया जा सके जिससे अन्य भी प्रेरित हो। इसी उद्देश्य पूर्ति के लिए दिलीप यादव का 52 वां जन्मदिन`नेकी की रसोई’ में मनाया गया।52 वां जन्मदिवस वैसे भी कुछ खास होता है क्योंकि एक वर्ष में 52 ही सप्ताह होते है वहीं 52 पत्ते ताश के 52 ही बताये गए है खेल।जीवन के रंगमंच पर भी अनेक खेल खेले जाते है।कार्यक्रम के शुरुआत में देवकीनंदन कुमावत के बेटा-बेटी ने तिलक, अक्षत लगाकर जन्मदिन का आगाज किया वहीं आयुक्त नगर परिषद झुंझुनू रामनिवास कुमावत व डॉ.भावना शर्मा ने उपस्थित मरीजों के परिजनों व जरूरतमंदों को नेकी की रसोई में निर्मित भोजन को वितरण अपने कर कमलों द्वारा कर दिलीप यादव को जन्मदिन की बधाई दी।शेखावाटी के प्रख्यात गायक जाकिर अब्बाशी ने अपनी मधुर आवाज में ‘तुम दिल की धड़कन में रहते हो’ गीत सुनाकर आयोजन को संगीतमय बना दिया।इस अवसर शहर के गणमान्य जन व पत्रकार गण भी मौजूद रहें।