3 महीने से पानी नहीं आ रहा साहब सांसद मनोज तिवारी की पानी की पंचायत में बोली मल्का गंज की निवासी शान्ती देवी
पेयजल व्यवस्था को सुधारने के नाम पर करोड़ों के घोटाले नहीं दिल्ली की जनता पानी की समस्या को दूर करने के लिए ठोस पहल चाहती है : मनोज तिवारी
100 दिन से प्यासी जनता को पानी चाहिए केजरीवाल के झूठे वादे नहीं: मनोज तिवारी
उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने आज तिमारपुर विधानसभा के मल्का गंज वार्ड में पानी की पंचायत का आयोजन कर क्षेत्र में पेयजल किल्लत से जुड़ी समस्याओं को सुना और समाधान का आश्वासन दिया इस अवसर पर पानी पंचायत में सहयोगी एवं भाजपा जिला अध्यक्ष मोहन गोयल भाजपा नेता नीलकांत बक्शी उपाध्यक्ष सचिन मावी पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू पूर्व निगम पार्षद श्याम लाल जाटव रेखा अमरनाथ मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र महावर राजू बंसल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे सांसद मनोज तिवारी के साथ साथ दिल्ली जल बोर्ड के संबंधित विभाग अधिकारियों ने पानी की पंचायत में रखी गई समस्याओं को नोट किया और शीघ्र निपटारे का आश्वासन दिया
इस अवसर पर मौजूद क्षेत्रीय निवासियों को संबोधित करते हुए सांसद मनोज तिवारी ने कहा बिजली और पानी की समस्या दिल्ली के जीवन का पर्याय बन गई है सरकारें आई और गई लेकिन पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ जब भी गर्मी आती है दिल्ली के लोग बूंद-बूंद पानी को तरसते हैं दसको तक इस समस्या को झेलने के बावजूद पानी की समस्या का समाधान ना होना सरकार की अक्षमता को दर्शाता है सरकार की लापरवाही बरतती है और उसकी नींद तब टूटती है जब पानी के लिए दिल्ली में झगड़े होते हैं और हत्याएं तक घटित हो गई
उन्होंने कहा पेयजल के बगैर जिंदगी अधूरी है इसलिए दिल्ली का हर नागरिक इस समस्या से जुड़ा है शायद इसी गंभीरता को देखते हुए जल बोर्ड का अध्यक्ष स्वयं दिल्ली का मुख्यमंत्री होता है दिल्ली की जीवनदायिनी यमुना दिल्ली के पीने की पानी की आवश्यकता को पूरा कर सकती है लेकिन यमुना की सफाई के लिए कई सरकारों ने पैसा पानी की तरह बहाया लेकिन जमुना आज भी मैली है
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि पानी की पंचायत का आयोजन कर हमने बेहतर व्यवस्था के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया मकसद सिर्फ इतना है कि दशकों से चली आ रही पेयजल किल्लत दूर हो यह कोई राजनीतिक मंच नहीं है हमने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्थानीय विधायक को भी आमंत्रित किया था लेकिन पानी की पंचायत में ना आकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार भी पानी की किल्लत को दूर करना नहीं चाहती है वह खुद जल बोर्ड के अध्यक्ष है करोड़ों रुपया सरकार के खजाने से खाली हो रहे हैं लेकिन समस्या जस की तस है हकीकत साफ है की दाल में काला नहीं पूरी दाल काली है हम समस्या का समाधान करने के लिए अधिकारियों और जल बोर्ड के अध्यक्ष के साथ बैठने को तैयार हैं और बेहतर तालमेल कर पेयजल की आपूर्ति करने के प्रयास को सार्थक करने के लिए भी तैयार है बशर्ते दिल्ली के मुख्यमंत्री ईमानदारी दिखाते हुए जनता के बीच आए क्योंकि पेयजल व्यवस्था को सुधारने के नाम पर करोड़ों के घोटाले नहीं दिल्ली की जनता पानी की समस्या को दूर करने के लिए ठोस पहल चाहती है और इनसे प्यासी दिल्ली की जनता को पीने का पानी चाहिए केजरीवाल के झूठे वादे नहीं