बरेली जिले में लंबे समय से पुलिस पत्रकारों के अधिकारों का हनन कर रही है थाना प्रभारी भ्रष्टाचार में डूबकर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर रहे
हैं और पत्रकारों के मामले में अभियुक्त पक्ष को संरक्षण देकर उनके जीवन को खतरा पैदा कर रटे हैं। यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के जिला अध्यक्ष रविन्द्र सिंह सूर्यवंशी एवं महामंत्री जुबैर खान ने प्रदेश नेतृत्व से बात कर शनिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर धरना देने की घोषणा की है। उनका कहना है इम पत्रकार भी व्यवस्था का अंग है जनता की बात शासन प्रशासन और प्रशासन की बात जनता तक पहुंचाने के लिए सेतु की तरह काम करते हैं। देश प्रदेश एवं समाज के विकास में पत्रकारों की अहम् भूमिका होती है। राजनीतिक दल भी जब सत्ता से बाहर होते हैं तो हमारा सहारा लेते हैं और जय सत्ता में आ जाते है तो हमारा पुलिस से उत्पीडन इसलिए कराते हैं ताकि उनके काले कारनामों पर पर्दा पड़ा रहे। इधर उत्तर प्रदेश प्रेस मान्यता समिति के सचिव शिवरण सिंह ने ट्वीट कर पुलिस प्रशासन को चेताया है की बरेली के धरना की आंच लखनऊ तक आना उचित नहीं होगा। श्री सूर्यवंशी ने बताया की वर्तमान समय धरना देने का नहीं है परंतु हमारी खुद की आवाज दबाई जा रही है इसलिए हमने निर्णय लिया है। जल्द समय और दिन की घोषणा कर दी जायेगी।धरना की घोषणा करते ही अन्य पत्रकार संगठनों का समर्थन मिलने लगा है। धरना में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया जायेगा। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहाँ बरेली में आजकल प्राकृतिक न्याय नहीं मिल रहा है बल्कि न्याय छीनना और खरीदना पड़ रहा है।