मनीष गर्ग
सोन घड़ियाल अभयारण्य में रोके रेत उत्खनन
चुरहट आ रहे मुख्यमंत्री को अजयसिंह की चिट्ठी
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कहा है कि चुरहट क्षेत्र में नशे का अवैध व्यापार फल फूल रहा है| नशे की बुरी लत के कारण क्षेत्र की युवा पीढ़ी बरबाद हो रही है| उनका भविष्य चौपट हो रहा है| चुरहट के प्रवास पर आ रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को भेजे गये पत्र में उन्होंने कहा है कि इस क्षेत्र में बहुत बड़े पैमाने पर अवैध रूप से गांजा और नशीले ड्रग्स लाकर बेचे जा रहे हैं| इसके अलावा यहाँ बड़ी मात्रा में कोरेक्स भी बेचा जा रहा है, जिसे नशे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है| नशे का यह व्यापार खुले आम चल रहा है जिस पर पुलिस और प्रशासन की कोई रोक नहीं है बल्कि इसकी अनदेखी करके इसे बढ़ावा दिया जा रहा है|
सिंह ने सोन घड़ियाल अभ्यारण्य में हो रहे अवैध रेत उत्खनन पर चिंता व्यक्त की है| अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि सोन घडियाल अभ्यारण्य में रेत माफिया अवैध रूप से बहुत बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर रहा है| सोन नदी का 161 किमी, 23 किमी बनास नदी व 26 किमी गोपद नदी का क्षेत्र मिलाकर कुल 210 किमी क्षेत्र को 1981 में अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया था। यहाँ पाए जाने वाले जलचर घड़ियाल के संरक्षण के लिए बनाये गये अभ्यारण्य में होने वाले रेत के उत्खनन से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है| इससे घड़ियाल का संरक्षण भी नही हो पा रहा है| इसको रोकने के लिए कोई सख्त कार्यवाही नही हो रही है और रेत माफिया पूरी तरह से हावी होकर अवैध उत्खनन कर रहा है|
उन्होंने अपने पत्र में चुरहट क्षेत्र में प्रधानमन्त्री आवास और मनरेगा योजना में हो रहे भारी भ्रष्टाचार का भी उल्लेख किया है| इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चुरहट क्षेत्र में कई स्थानों पर बिजली के ट्रांसफार्मर बिगड़े पड़े हैं| कई बार शिकायत करने के बाद भी इन्हें सुधारने या बदलने के लिए कोई कार्यवाही नहीं हो रही है| इसी तरह चुरहट क्षेत्र में बड़ी संख्या में ग्रामीण इलाकों में हैन्डपम्प बिगड़े हुए हैं| इनकी मरम्मत करने से ग्रामवासियों को राहत मिल सकती है लेकिन हैण्डपम्पों को सुधारने का काम बंद होने से क्षेत्र के लोग परेशान हैं|
अजयसिंह ने मुख्यमंत्री से चुरहट प्रवास के दौरान इन गंभीर समस्याओं के त्वरित और कारगर समाधान की मांग की है|