एजाज हुसैन
पुलिस वालों की बिगड़ती फिटनेस अफसरों की नई चिंता है। उन पुलिस वालों को जल्द ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है जिनका पेट इतना बाहर निकला हुआ है जो पुलिस महकमे की हर समय चुस्त-दुरुस्त रहने की छवि के अनुरूप नहीं है।
एडीजी जोन पीसी मीणा के निर्देश पर पूरे जोन में ऐसे करीब 27 सौ पुलिस वालों को चिह्नित किया गया है। एडीजी ने अब उनकी फिटनेस की जांच कराकर रिपोर्ट देने को कहा है। यह भी साफ किया है कि अनफिट पुलिस वालों को महत्वपूर्ण पदों पर न रखा जाए।
एडीजी के निर्देश पर जोन के बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, अमरोहा, रामपुर, मुरादाबाद, संभल और बिजनौर जिले में अपना मोटापा न संभाल पाने वाले पुलिस वालों को चिह्नित किया गया है। ऐसे 2700 पुलिस वालों का वजन ज्यादा है और तोंद भी निकली हुई है।
माना जा रहा है कि पेट निकला होने की वजह से ये पुलिस वाले अपना काम चुस्ती-फुर्ती के साथ अंजाम नहीं दे पाते। वजन ज्यादा होने की वजह से आरामतलब भी हैं। अपराधियों को पकड़ना भी उनके बस की बात नहीं है।एडीजी जोन ने अब सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को निर्देश दिए हैं कि जिन पुलिस वालों का वजन ज्यादा है, उनसे पुलिस लाइन में नियमित परेड के साथ व्यायाम और योगा अभ्यास कराया जाए ताकि उनकी फिटनेस फिर बहाल हो। एडीजी ने साफ किया है कि फिट न रहने वाले पुलिस वालों को महत्वपूर्ण पदों पर भी न रखा जाए। एडीजी ने बताया कि फिट न रहने से ज्यादातर पुलिस वालों में तनाव भी ज्यादा पैदा होता है और इसका उनके काम पर असर पड़ता है। इसलिए फिट रहना जरूरी है।पुलिस महकमे के नियमों के अनुसार कर्मचारियों का फिट रहना जरूरी है। इसके लिए उन्हें नियमित रूप से वर्जिश करने का भी सुझाव दिया जाता है लेकिन ड्यूटी का समय निर्धारित न होने के कारण ज्यादातर पुलिस कर्मचारी इस पर अमल नहीं कर पाते।
इसी का असर उनकी फिटनेस पर पड़ता है। किसी की तोंद निकल आई है तो किसी का वजन इतना ज्यादा बढ़ गया है कि वह जरा चलने में ही हांफने लगता है। इसका असर पुलिस महकमे के सामान्य कामकाज पर पड़ रहा है। इसी वजह से पुलिस के आला अधिकारी इस समस्या पर चिंतित हैं।
जोन के सभी जिलों के कप्तानों ने थानाध्यक्षों को पत्र जारी कर मोटे और ज्यादा वजन वाले पुलिस कर्मियों की नियमित रूप से सूची उपलब्ध कराने को कहा है। यह भी आगाह किया गया है कि सूची में हेरफेर करने वाले थाना प्रभारी पर कार्रवाई हो सकती है।