मध्य प्रदेश
जिला कटनी से रमेश कुमार पाण्डे
जिला कटनी – तहसील ढीमरखेड़ा क्षेत्र के अंतर्गत पिपरिया ग्राम में खेतों के डंठलों में आग लगने का मामला सामने आया। आपको बता दें गेहूं-चने की फसल कटाई के बाद खेतों में उनके डंनठलों को दूर करने के लिये किसान खेतों में आग लगाते है। जिस पर प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी कलेक्टर ने रोक लगाई है,लेकिन उस रोक का आदेश किसी पर असर नही होता दिख रहा।ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में प्रतिदिन भीषण आग लगी दिखाई देती है। जो जलने से खेतों में लगी गेहूं की डूंठ को जला देती है और खेत काले रंग में तब्दील हो जाते है।
शुक्रवार को ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव के खेतों की नरवाई में भीषण आग लग गई।आग गांव के समीप तक पहुँच गई। खेतों में आग किसने लगाई और कहा से लगी इसकी जानकारी नहीं लगी। पिपरिया गांव के समीप आग की लपेटें पहुँचने लगी तो ग्रामीण आग बुझाने के लिए एकजुट हुए। समाजसेवी राहुल दुबे ने बताया कि आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी गई। ग्रामीणों ने जागरूक होकर आग को बुझाने का प्रयास किया। खेतों में ट्रैक्टर से जुताई कराई गई। पानी और पेड़ों की टहनियों से ग्रामीणों ने आग बुझाई। बिजली बंद होने से ग्रामीणों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जिले से फायर ब्रिगेड भी पहुँची, लेकिन तब तक आग को बुझाया जा चुका था। फिर भी दमकल कर्मियों ने पानी के फुहारें खेतों में छोड़ें।समाजसेवी राहुल दुबे ने बताया कि ग्रामीणों की जागरूकता के चलते कोई भी जनहानि नही हुई।किसानों के खेतों में रखे मोटर पंप जलकर खराब हो गए हैं। किसानों के खेतों की फसल कट चुकी थी,लेकिन नरवाई में लगी आग गांव के समीप तक पहुँच गई।