निशा फाउंडेशन ने फ्रंटलाइनर्स और नायकों के नाम पर एक सलामी संध्या का आयोजन किया
“मानवता के लिए शांति” – फग्गन सिंह कुलस्ते
विशेष संवादाता (आंख)
नई दिल्ली – निशा फाउंडेशन ने दलाई लामा से जुड़े भिक्षुओं और ब्रह्माकुमारीज संगठन से जुड़ी बहनों व भाइयों की उपस्थिति में “हमारे नायक, हमारे फ्रंटलाइनर्स” नामक एक सलामी संध्या का आयोजन किया। कार्यक्रम में अनेक राजदूत, राजनयिक और 35 पुरस्कार विजेता डॉक्टर, नर्स, प्रबंधन कर्मचारी तथा सम्मानित होने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
माननीय राज्यपाल गंगा प्रसाद ने फाउंडेशन की इस पहल की प्रशंसा की और सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि निशा फाउंडेशन एक अद्भुत मिशन के तहत कार्यरत है। संगठन की उपलब्धियों को देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की।
केंद्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि निशा फाउंडेशन की पहल महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस कार्यक्रम की सराहना की और बाल शिक्षा, खेल व फ्रंटलाइनर्स के नाम सलामी शाम संबंधी विश्व शांति संगठन के सहयोग से 173 देशों में काम करने के लिए निशा फाउंडेशन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मानव चेतना के उत्थान के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करना आवश्यक है। उन्होंने किसानों के प्रति अपनी चिंता भी व्यक्त की।
निशा फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रियंका कोठारी ने कहा कि हमने महामारी के इस कठिन दौर से यही सीखा है कि “जीवन बहुत छोटा है और इसमें नफरत के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है”। यह पुरस्कार समारोह न केवल इस सूची में शामिल पुरस्कार विजेताओं के लिए है, बल्कि यह उन अज्ञात स्वयंसेवकों और सहायकों के लिए भी है जिन्होंने मृत्यु पर्यंत देश की सेवा की। उन्होंने “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” कार्यक्रम में निशा फाउंडेशन के योगदान हेतु दिये गये प्रशस्ति पत्र के लिए बोरो ऑफ ब्रुकलिन के राष्ट्रपति कार्यालय तथा माननीय एरिक एडम का शुक्रिया व्यक्त किया।