भैयालाल धाकड़
विदिशा,
धर्मगुरु धर्माधिकारी गिरधर गोविन्द प्रसाद शास्त्री ने बताया कि 20 अप्रैल गुरुवार वैशाख कृष्ण अमावस्या खग्रास सूर्यग्रहण विदेशों में दिखाई देगा, भारतवर्ष में दृश्य नहीं होगा।
विदेशों में सूर्य ग्रहण भारतीय समय अनुसार प्रात: 07/04 से स्पर्श होगा एवं ग्रहण का मध्य सुबह 09/47 मिनिट पर तथा सूर्य ग्रहण का मोक्ष दोपहर 12/29 मिनिट पर होगा ।
खग्रास सूर्य ग्रहण पूर्वी दक्षिण यूरोप, अटलांटिका, वियतनाम, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी दक्षिण एशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, अमेरिका के कुछ भाग, इंडोनेशिया, कंबोडिया, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों में स्वर्ण के कढ़े जैसा दिखाई देगा।
सूर्यग्रहण अश्विनी नक्षत्र एवं मेष राशि में होगा, खग्रास सूर्यग्रहण का ग्रासमान 1.01 होगा, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण दृश्य पर्व माना जाता है अतः भारतवर्ष में इस सूर्य ग्रहण का सूतक आदि मान्य नहीं होगा।