मनीष गर्ग
सतना जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से लेकर सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। अब गुरुवार को वे दो घंटे काम बंद कर हड़ताल पर रहेंगे। मांगों पर विचार नहीं हुआ तो 17 फरवरी से डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। डॉ एमएस तोमर ने बताया कि मध्य प्रदेश शासकीय चिकित्सक महासंघ के प्रांतव्यापी आस्थान पर
तीन सूत्रीय मांग डॉ तोमर ने बताया कि यह आंदोलन तीन सूत्रीय मांगों के समर्थन में चिकित्सा बचाओ चिकित्सक बचाओ के नारे के साथ किया जा रहा है। डॉक्टरों की मांग है कि पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए प्रमोशन में विलंब न कर पदोन्नति का लाभ समय से दिया जाए और अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में प्रशासनिक अधिकारियों की दखलंदाजी बंद की जाए
सीएमएचओ ने उन्हें बुलाया
स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके डॉक्टरों को पत्र भेजकर गुरुवार की प्रातः 9 बजे से दो घंटे की सेवा और 17 से हड़ताल के दौरान डॉ डीएन गौतम, डॉ नरेन्द्र शर्मा, डॉ आरएन सोनी, डॉ डीके तिवारी डॉ एमए ताजिर डॉ. हरिकरण चाचा डॉ एस के पाण्डेय डॉ माया पाण्डेय डॉ अरविंद सराफ, डॉ नीलेश्वर शर्मा को सेवा देने का किया है।