— केंद्र में तीन तलाक विल पास होने के बाद संभवतः ये पहला मामला होगा जब तीन तलाक से पीड़ित महिला थाना न्याय के लिए पहुंची है अब देखना दिलचस्प होगा की इस मामले में कानून से पीड़िता को कब तक न्याय मील पाता है .
दरअसल सुपौल में तीन तलाक देने पर पीड़ित महिला न्याय की गुहार लेकर महिला थाना पहुंच न्याय की गुहार लगा रही है , मालूम हो की तीन साल पहले सदर थाना क्षेत्र के महेशपुर की रहने वाली पीड़ित महिला फर्जाना की शादी बसबिट्टी के इकरामूल से हुई थी सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था की पिछले साल फर्जाना ने एक बच्ची को जन्म दिया बच्ची की जन्म के बाद से ही ससुराल वाले खफा रहने लगे थे हालंकि उस बच्ची की किसी कारण बस ग्यारह माह के बाद मौत हो गयी , जिसके बाद फर्जाना ससुराल में ही रहती थी इस बीच इधर 20 तारीख को फिर फर्जाना ने सीजेरीयन करके फिर दो बच्ची को जन्म दिया जिसके बाद ससुराल वाले काफी हताश थे , अस्पताल से छुट्टी के बाद जैसे ही फर्जाना ससुराल वाले खरी खोटी सुनाने लगे , हद तो तब हो गयी जब बाहर रह रहे पति इकरामूल ने फोन पर तीन तलाक दे दिया दरअसल इक्रामूल ने अपने परिजन को फोन कर कहा की वो फोन को हेंड्स फ्री करें और उसके पत्नी फर्जाना को भी वहां बुलाए जिसके बाद फोन पर तीन तलाक दे दिया गया ,
तीन तलाक के बाद पीड़िता अपने नवजात बच्ची को लेकर अपने मैके वालों के साथ महिला थाने पहुंच गयी है और थाना ध्यक्ष से न्याय की गुहार कर रही है .इधर पीड़िता के पिता ने ये भी आरोप लगाया है उसे थाना जाने पर फर्जाना के ससुराल वालों ने धमकी भी दिया है .