कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागी जी ने कहा
संकल्प भी तभी जागते हैं जब परमात्मा चाहतें हैं।
जिला कटनी – ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम विलायत कलां में श्री मद् वाल्मीकि रामायण का प्रसाद राम कथा के रूप में परोसा जा रहा है 2 जनवरी 2023 से प्रारंभ होकर 11 जनवरी तक चलने वाली यह राम कथा विलायत कलां के विकास की गाथा लिखेगी बच्चो को प्रश्न पूछने के लिए उकसाना ,माता पिता बुजुर्गो की सेवा के लिए समर्पित बनाना,गुरु शिष्य परंपरा को पुनर्जीवित करना वास्तव में यह प्रेरणा स्वयं हनुमान जी महाराज की कृपा से संभव हो रही है मानव सिर्फ निमित्त मात्र है।
राष्ट्र रक्षा विश्व कल्याण के लिए तप कर रहे राष्ट्र भक्त तपोनिष्ठ संत शिरोमणि कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागी जी द्वारा श्री मद् वाल्मीकि रामायण का प्रवचन जिसमें प्रमुख श्रोता हनुमान जी महाराज है साथ ही क्षेत्र वासियों के लिए यह कथा बिना स्वार्थ निरंतर समर्पित है इस कथा की दक्षिणा धर्म मार्ग से सच्चा राष्ट्र निर्माण हो यही त्यागी जी की दक्षिणा है।
आज कथाऔ की कमी नहीं है समूचे भारत में अनेकों तरह की धर्म चर्चा चल ही रही है इसी कृम मे एक और आहुति त्यागी जी महाराज की जन्मभूमि,कर्मभूमि जो आज तपोभूमि बन चुकी है जिसका निर्माण माँ भद्रकाली की कृपा ही है ।
भोजन शिक्षा और संस्कार के लिए जाना जाता है यह पवित्र तीर्थ त्यागी का संकल्प है इसे दुनिया का सबसे पवित्र तीर्थ और स्वर्ग जैसा ही परिवेश तैयार करना होगा और यह बिना तप और संकल्प के संभव नहीं है इसके लिए समर्पण चाहिए वह भी सभी पवित्र आत्माओ का ।
सभी ग्राम वासियों ने त्यागी जी के साथ तप, चितन ,और सद-मार्ग पर चलने का संकल्प लिया है रोज हजारों लोगो को नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया जा रहा है ।
आऔ धरा पर स्वर्ग बनाये मानव में देवत्व समा जाये।
कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागी जी