उन्नाव।नगर पंचायत औरास मे बनी कान्हा गौशाला जो 1.65 करोड़ से गौवंश को संरक्षित करने के लिए बनाई गई थी उसी क्षेत्र के वृहद गौशाला से चारा , पानी के अभाव मे प्रत्येक दिन पाँच से सात गाय गौशाला मे तडप तडप मर जाती है। नगर पंचायत के ट्रैक्टर से पास में बने जंगल में मवेशी उठा कर फेंक दिए जाते और दूसरे दिन हड्डी के ठेकेदार द्वारा उस हड्डी को वहां से हटवा लिया जाता है इसी तरह यदि गायों के मरने का सिलसिला चलता रहा एक दिन क्षेत्र में आने वाली पीढ़ी सिर्फ गाय का नाम किताबों तक ही पढ़ सकेंगे वही ऐसे कारनामों को छुपाने के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के सहयोग से अधिकारी भी मामले को संज्ञान लेने के बजाय मामले को दबाने का काम कर रहे हैं नगर की गौशाला के सैकड़ों मवेशी जंगल में पड़े होने के कारण उधर से गुजरना मुश्किल होता है और जो भी सरकार की तरफ से अनुदान गायों के नाम पर दिया जा रहा है उसको मिल बैठकर बंदर बाट किया जा रहा है जिससे गौशाला में गायों की स्थिति बद से बदतर बनी हुई है प्राथमिक विद्यालय गहा खेड़ा के अध्यापकों ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा.