बदायूॅं : उत्तराखण्ड में हुई भारी बारिस के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में राजस्व विभाग के राज्यमंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार ने विधायक दातागंज राजीव कुमार सिंह, जिलाधिकारी दीपा रंजन, अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु पुनिया व अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को तहसील सभागार दातागंज में बैठक की।
राज्यमंत्री ने कहा कि लगभग डेढ़ मीटर पानी खेतों में भर गया है जिससे किसानों की फसल खराब हो गई है। किसानों के साथ हमारी सरकार खड़ी हुई है। किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार किसानों के खाते में प्रदर्शित कराएगी। मुख्यमंत्री के निर्देशन पर वह कानपुर का दौरा करते हुए बदायूं पहुंचे हैं। यहां पहुंच कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। क्षेत्रीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना एवं प्रभावित गांव के लोगों को खाने-पीने व अन्य आवश्यक सामग्री को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि जिन किसान बंधुओं की फसलों का नुकसान हुआ है उनके खाते में मुआवजे की राशि जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए, जिससे किसानों को समस्या का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि समस्त संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि उनको जो दायित्व सौपें गए हैं, उनका पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करें। कहीं भी किसी भी प्रकार की जन एवं पशु हानि न होने पाए। सभी लोग एसडीएम और तहसीलदार के फोन नंबर अपने पास रखें किसी भी प्रकार की घटना के बारे में तुरंत उनको अवगत कराएं।
दातागंज विधायक ने कहा कि किसान बहुत ही मेहनती व्यक्ति होता है वह कड़ी मेहनत करके फसल को सींचता है, अगर किसी आपदा के कारण उसकी फसल का नुकसान होता है तो जो किसान पर गुजरती है उसका कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता। हमारी सरकार का प्रयास है कि ऐसे किसानों को समय से मुआवजा उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे किसानों को बिना भेदभाव के मुआवजा उपलब्ध कराया जाए किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। जहां-जहां नाव की आवश्यकता है वहां जल्द से जल्द नाव उपलब्ध कराई जाए।
डीएम ने कहा कि सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है लगातार क्षेत्रीय लोगों से संपर्क कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। जहां जो भी दिक्कतें हैं उनका समाधान प्राथमिक स्तर पर किया जा रहा है। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कहीं भी किसी भी प्रकार की जन एवं पशु हानि ना होने पाए इसका विशेष ख्याल रखें।