रिश्तो में मधुरता के लिए आध्यात्मिकता जरूरी बी के रूकमणी
विदिशा // प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय A 33 मुखर्जी नगर में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर विषय पर ऑटो यूनियन का कार्यक्रम व सम्मान किया गया एवं तनाव मुक्त जीवन जीने की कला राजयोग मेडिटेशन द्वारा सिखाई गई बीके रुकमणी बहन ने कार्यक्रम संबोधित करते हुए कहा कि आज के इस आधुनिक दुनिया में मनुष्य अपने सामर्थ्य और साधनों का दुरुपयोग कर रहा है
और अपने ही जीवन में बाधा डाल रहा है इसका मूल कारण मनुष्य में नैतिक मूल्यों का क्षीण होना ही है यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मानवीय मूल्य गिर रहे हैं और समाज दानवीकरण कि और तेजी से बढ़ रहा है आज की इस प्रतिस्पर्धी दुनिया का सामना करने के लिए रचनात्मक होने के साथ-साथ मनुष्य का सुसंस्कृत, सृजनशील, सकारात्मक, और आत्मविश्वासी होना अति आवश्यक है एक मूल्यवान समाज के लिए आध्यात्मिक क्रांति अनिवार्य है आध्यात्मिक द्वारा नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता होने से मन को संयम मिलेगा निरंतर ध्यान और आध्यात्म द्वारा नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता होने से मन को संयम मिलेगा निरंतर ध्यान और राजयोग अभ्यास के माध्यम से आत्म सम्मान के साथ सही निर्णय करने में मदद मिलेगी। बीके रेखा बहन ने कहा कि वर्तमान समय जहां भय और तनाव का वातावरण है ऐसे में स्वयं को खुश रखने के लिए आध्यात्मिकता बहुत जरूरी है क्योंकि हम परिस्थिति को ठीक नहीं कर सकते किंतु राजयोग के द्वारा स्वयं को पहचान कर, परमपिता परमात्मा से संबंध जोडने से हमारे अंदर अद्भुत शक्तियां जागृत होती हैं और परिस्थितियों का इन शक्तियों के द्वारा सामना कर सकते हैं तथा हर परिस्थिति में हम स्वयं को खुश रख सकते हैं इस कार्यक्रम में ऑटो यूनियन अध्यक्ष नारायण शर्मा ने अपने अनुभव में बताते हुए कहा कि हमें आज जो खुशी मिली है उसको हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते आपने जो सम्मान दिया है ऑटो वालों का कौन करता है हम आटो बालों में लगभग 60% शराब आदि का सेवन करने वाले होते हैं आवाज प्रतिज्ञा करके जाते हैं हम इन चीजों का सेवन नहीं करेंगे सभी ऑटो चालकों का सम्मान फुल, वेजेस, गमछा, माला आदि से किया गया ब्रम्हाकुमारी ध्यान कक्ष में ऑटो यूनियन के सभी सदस्यों ने राजयोग मेडिटेशन करके दिव्य परमात्म अनुभूति की कार्यक्रम के अंत में सभी ने ब्रह्मा भोजन किया।

