केंद्र और प्रदेश सरकार खुदको किसान हितैषी बताती हैं, लखीमपुर घटना से खुली पोल : आबिद रज़ा संवाददाता शम्स उददीन बदायूँ
पूर्व मंत्री आबिद रजा ने प्रेसवार्ता के माध्यम से बयान जारी करते हुए कहा कि लखीमपुर घटना बेहद दुखद है। इस घटना में मृतक किसान के परिवार को सांत्वना देते हुए कहा इस दुख की घड़ी में हम और हमारे साथी उनके साथ खड़े हैं। पूरा देश मृतक किसानों की इस कुर्बानी को हमेशा याद रखेगा तथा प्रदेश सरकार का किसानों पर यह जुल्म भी इतिहास के पन्नों पर जरूर दर्ज होगा। केंद्र व प्रदेश सरकार जो अपने आप को किसान हितेषी बताती हैं, लखीमपुर घटना से दोनों सरकारों की पोल खुल चुकी है। सत्ता और सरकार में शामिल लोगों ने जिस तरह से किसान आंदोलन करने वाले किसानों को अपनी गाड़ियों से रौंदकर मौत के घाट उतार दिया। इस कृत्य को पूरे देशवासी व देश का किसान कभी नहीं भूलेगा। आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश का किसान एकजुट होकर ऐसी जालिम सरकार को उखाड़ फेकेगा तथा किसान समेत प्रदेशवासी 2022 में सेकुलर सरकार बनाने का काम करेंगे।
हम राष्ट्रपति महोदय से मांग करते हैं लखीमपुर में जिन किसानों ने किसान हित में अपनी जान गवाई हैं। उन मृतक किसानों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए तथा मृतक किसान के परिवार को कम से कम एक करोड़ रूपया मिलना चाहिए।