नई दिल्ली – दिल्ली के द्वारका के सेक्टर 8 में ” शिक्षा भारती एजुकेशनल सोसाइटी ” में गबन एवं धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। शिकायतकर्ता के द्वारा
बाहरी दिल्ली का -दक्षिणी-पश्चिम ज़िला विकासशील कहे जाने वाला द्वारका सेक्टर -8, में स्थित “शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल” इस समय दिल्ली पुलिस नियंत्रित कर द्वारका दक्षिण पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धारा संख्या 395/2021/420/468/471/120बी, के तहत जालसाजी और धोखाधड़ी अन्य कृत्यों के संबंध में मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पुलिस ने प्राथमिकी पर संज्ञा उस समय लिया जब शिक्षा भारती एजुकेशनल सोसाइटी की महासचिव श्रीमती निष्ठा भारद्वाज ने एक शिकायत द्वारका कोर्ट में दर्ज कराई जिसके आधार पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों को निर्देशों जारी किया उसके पोलिस ने मामला दर्ज उक्त धाराएं लगा कर जान अरम्भ किया।
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि आर. के शर्मा, हितेश भारद्वाज, समिता भारद्वाज, पवन कुमार सिंघल, देविंदर सिंह और उनके साथियों ने मिलकर कई अवैध दस्तावेजों के आधार पर शिक्षा भारती एजुकेशनल सोसायटी पर क़ब्ज़ा करने की आपराधिक साजिश रची थी।
आगे उक्त शिकायत उन्होंने कहा कि उक्त जाली और मनगढ़ंत दस्तावेजों के आधार पर उक्त व्यक्तियों ने मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के तहत अनिवार्य प्रक्रिया का पालन किए बिना वार्षिक आम बैठक आयोजित कर “शिक्षा भारती एजुकेशनल सोसायटी” के कई सदस्यों को हटाने का प्रयास किया है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि आरोपी व्यक्तियों ने कई दस्तावेज गढ़े और यहां तक कि एक “समीक्षा एंटरप्राइजेज” कूरियर की रसीद भी, जिस पर आरोपी व्यक्तियों द्वारा शिकायतकर्ता और अन्य सदस्यों को उक्त दस्तावेजों की डिलीवरी दिखाने के लिए बनाया गया था, जो जाली और मनगढ़ंत है।
ज्ञात हो कि इसी मामले ते तहत पिछले साल “शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल” के कामकाज में बाधा उत्पन्न करने जुर्म में दिल्ली पुलिस ने द्वारका से 3 अपराधियों परवीन मलिक पुत्र राज सिंह, सुधीर पुत्र सुदेश कुमार, दीपक पुत्र सतपाल को कलंद्रा नंबर 79 डीडब्ल्यू से गिरफ्तार किया था, जिसे हितेश भारद्वाज का साथी बताया गया था।
हितेश भारद्वाज अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर “शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल” पर अवैध क़ब्ज़ा कर उसे अपने नियंत्रण में चलाने का प्रयास कर रहे थे,
तथा जिसमें द्वारका न्यायालयों द्वारा यथास्थिति के आदेश पारित किए गए।,,,, हालांकि, अभी भी हितेश भारद्वाज यथास्थिति न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन ही कर रहे है। हितेश भारद्वाज और उनकी पत्नी समिता भारद्वाज ने अन्य साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल के फंड से पैसे निकाले हैं और प्रिंसिपल को हटा दिया है। शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल को अवैध रूप से अपने कब्जे में ले कर अपना वर्चस्व अस्थापित रखना चाहते हैं जिसके विरोध में शिक्षा भारती एजुकेशनल सोसाइटी की महासचिव निष्ठा भारद्वाज द्वारा हस्तक्षेप कर अपराधियों पर प्रशासनिक कारवाई आरंभ कराई गई। कारवाई के दौरान अवैध दस्तावेज़ पुलिस के हाँथ लगे। इस बाबत में शिक्षा भारती ग्लोबल स्कूल के खिलाफ अभिभावकों और कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री एवं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार एवं उपायुक्त शिक्षा विभाग को भी एक ज्ञापन सौंपा कर दिल्ली सरकार से एक प्रशासक की नियुक्ति की मांग की है।
दिलचस्प बात यह है कि हितेश भारद्वाज स्वर्गीय श्री दीपक भारद्वाज के पुत्र हैं जो बहुजन समाज पार्टी के नेता थे और उन्होंने 2009 में पश्चिमी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से 15 वीं लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा था। जालसाजी के लिए एक और प्राथमिकी संख्या 6/2021 भी अपराध शाखा पुलिस स्टेशन द्वारा हितेश भारद्वाज के खिलाफ दर्ज है। जिन्होंने अपनी मां की इच्छा के विरुद्ध जालसाजी की थी। यह संज्ञान में तब आया जब माता-पिता ने हितेश भारद्वाज को अपनी संपत्ति में से वंचित कर दिया था।
अन्य आरोपी व्यक्तियों में आर0 के0 शर्मा और पवन कुमार सिंघल पहले ही से शिक्षा के क्षेत्र में कई स्कूलों और विश्वविद्यालयों से जुड़े हुए हैं। तथा देवेंद्र सिंह, शिक्षा अधिकारी के पद से दिल्ली सरकार से सेवानिवृत्त बताए जाते हैं। शिकायत में यह कहा गया है कि आरोपी व्यक्तियों ने “समीक्षा एंटरप्राइजेज” कुरियर के अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध काम किया है इसलिये उक्त अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जानी है क्योंकि कूरियर रसीद में उल्लिखित पते से कोई कूरियर एजेंसी चालू नहीं है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि इन आरोपी लोगों के कनेक्शन के कारण विभाग द्वारा अभी तक प्रशासक की नियुक्ति नहीं की गई है।