झाबुआ, 12 अक्टूबर को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के तत्वाधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद सैय्यदुल अबरार के निर्देशानुसार एवं विशेष न्यायाधीश महेन्द्र सिंह तोमर अध्यक्षता एवं जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ लीलाधर सोलंकी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री गौतम सिंह मरकाम, न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय पाल सिंह चैहान एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी सागर अग्रवाल की उपस्थिति में विधिक साक्षरता शिविर एवं जेल निरीक्षण का आयोजन किया गया। निरीक्षण में जेल के अंदर सब कुछ सामान्य मिला। किसी कैदी ने किसी प्रकार की शिकायत नहीं की। इस मौके पर तोमर ने कैदियों को निःशुल्क विधिक सहायता, प्लीबारगेनिंग के साथ ही कैदियों को अधिकारों और दायित्वों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान कुछ बंदियों ने अधिवक्ता मुहैया करवाने की मांग की इसके बाद जेलर को इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ को पत्र भेजने के निर्देश दिए गए। शिविर में बंदियों की समस्याऐं भी सुनी गई और उनके समाधान का आश्वासन दिया गया। सोलंकी ने विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रचलित योजनाओं के विषय में अवगत कराते हुये यह बताया गया कि शिविर का उद्देश्य जेल में निरूद्ध बंदियों को विधिक जानकारी प्रदान किया जाना है तथा यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक बंदी को हर दशा में न्याय प्राप्त हो। शिविर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गौतम सिंह मरकाम द्वारा बताया गया कि यदि किसी बंदी के पास अधिवक्ता की सुविधा उपलब्ध नहीं है तो उसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अपने मुकदमे की पैरवी हेतु निःशुल्क अधिवक्ता की सुविधा प्रदान की जाती है। शिविर में न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय पाल सिंह चैहान जी ने बताया कि जेल में लीगल एड क्लीनिक की स्थापना की गई है जिससे किसी बंदी को कोई समस्या हो तो वह जेल में स्थापित लीगल एड क्लीनिक के माध्यम से कानूनी सहायता प्राप्त कर सकता है। न्यायाधीशगणों के द्वारा महिला एवं पुरूष बंदियों के अलग-अलग बैरिक, पाक शाला एवं जेल चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया गया तथा पाक शाला में भोजन की गुणवत्ता की जांच की। तथा महिला बैरक में महिला बंदियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ कि है। महिला बंदियों द्वारा बताया गया कि समय से नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराया जाता है किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। उक्त शिविर में जेल अधीक्षक दुष्यंत कुमार पगारे, उप अधीक्षक राजेश विश्वकर्मा, सहायक अधीक्षक भीमसिंह रावत एवं जेल स्टॉफ उपस्थित रहें।