स्वयं की उन्नति के लिए सत्य को स्वीकार करना भी जरूरी है,राजीव भाई-आँचलिक ख़बरें-भैयालाल धाकड़

News Desk
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विदिशा//के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के समीप स्थित सेवा केंद्र पर कार्यक्रम में माउंट आबू से भाई बहनों का आगमन हुआ जिसमें आये हुए ब्रह्माकुमार राजीव भाई ने अपने संबोधन में सत्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी सबसे बड़ी कमजोरी यही है कि सत्य समझने के बाद उसे जीवन में चरितार्थ करने की मेहनत करने के लिए हम तैयार नहीं है ऐसा दृढ़ मनोबल तभी विकसित होता है जब हम स्वयं के सत्य स्वरूप को रोज महसूस करें और परमसत्य के प्यार में मगन हो जाए। हम कहते भी हैं कि परिवर्तन संसार रूपी कर्म क्षेत्र का नियम है, यहां कुछ भी स्थाई नहीं है। हर चीज नई से पुरानी स्वतः होने लगती है। हम प्रकृति के संसर्ग में आकर सतोप्रधान से तमोप्रधान बन जाते हैं। हमारा संपर्क, संबंध, प्रवर्त्ति, समाज सब कुछ सत्य से दूर होकर भ्रष्ट पतित बनता जा रहा है अब इन सब के संग में रहते हैं तो तमोप्रधानता का ही रंग एक दूसरे पर लगता रहता है।WhatsApp Image 2022 04 21 at 5.14.21 PM अगर हम सत्य को जीवन में धारण करना चाहते हैं तो किसी भी संग में रहते हुए हमें रंग केबल उसका लगाना है जो सत्य है। हम स्वयं सत्य, चैतन्य, आनंद स्वरूप हैं। जितना मन, वचन, कर्म से अपने सत्य, शुद्ध आत्मस्वरूप के चिंतन में, मनन में, अनुभव में रहेंगे उतनी ही व्यवहारिक जीवन के, सांसारिक जगत के सत्यों को धारण करने की शक्ति आने लगेगी। इसी प्रकार सत्यम, शिवम, सुंदरम, सर्वोच्च सत्ता परमात्मा के मनन, चिंतन, स्मरण में रहने से परमात्मा के गुणों का रंग लगता है। आत्मा शक्तिशाली बनती जाती है और जीवन को सत्य के मार्ग पर चलाना संभव व सहज होता जाता है। साथ में आए माउंट आबू से ब्रह्मा कुमार मुकेश भाई जी ने अपने जीवन में दुआओं का खाता जमा करने की बात कही आज के भौतिकवादी समय में मनुष्य अपने बहुमूल्य समय शक्ति एवं धन को दुनियावी सुख के साधनों की प्राप्ति में लगा रहा है। वह धन- दौलत और नाम- मान- शान कमाने की अंधी दौड़ में शामिल है। इस प्रक्रिया में वह अपने पास बहुत कुछ जमा कर भी लेता है किंतु फिर भी उसके पास हल्कापन, खुशी, आनंद, प्रेम, शांति आदि नहीं है। स्थूल वस्तुएँ होते हुए भी दुआओं के सूक्ष्म खजाने से झोली खाली ही रह जाती है जिसकी तरफ उसका ध्यान तक नहीं है इसलिए हमें दुआओं का खाता जमा करना है वही हमारे साथ जाता है। सेंन्टर संचालिका रेखा दीदी ने सभी मेहमानों का बैजेस, पुष्प गुच्छ, शाल ओढ़ाकर स्वागत किया कार्यक्रम में डॉ रमेश सोनकर पूर्व जिला स्वास्थ्य अधिकारी, बी एस चौहान पूर्व जिला कृषि अधिकारी, डॉ निर्मल चौरसिया, श्री कृष्ण यादव, केशव ताम्रकार, सपना बहन, नीतू बहन आदि अधिक संख्या में भाई बहन कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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