जिला कटनी – तहसील ढीमरखेड़ा धनवाही के जंगल में अवयस्क मादा तेंदुए का शिकार करने वाले चार आरोपियों को न्यायालय ने शुक्रवार देरशाम को जेल भेज दिया है।वन विभाग के अमले की पूछताछ में आरोपियों ने उनके द्वारा लगाये गए फंदे में फंसे तेंदुए को लाठी डंडे से मारपीट की गई। तेंदुए की मौत होने के बाद उसे जंगल में फेंककर झाड़ियों से ढका गया। आरोपियों की निशानदेही पर वन अमले ने घटना में उपयुक्त औजार सहित अन्य सामग्री को भी जब्त किया है।
ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र अधिकारी आर थिरुकुरल व विशेष कर्तव्य वन क्षेत्रपाल अजय मिश्रा ने बताया की ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के धनवाही बीट के कक्ष क्रमांक पीएफ 330 में बीते मंगलवार रात को एक अवयस्क मादा तेंदुए का शव मृत अवस्था में मिलने के बाद डीएफओ रमेशचंद्र विश्वकर्मा और एसडीओ राहुल मिश्रा मौके पर पहुँचे। संबंधित क्षेत्र को सील किया।दूसरे दिन बुधवार को जबलपुर से डॉग स्क्वायड की टीम बुलाकर रेस्क्यू किया।जिसके बाद आधा दर्जन से अधिक संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई।चार दिनों तक चली कार्रवाई के बाद वन विभाग के अमले ने मंगेली गांव के छकौड़ी पटेल (50),रवि यादव (24), संतोष (26)और कालू उर्फ अमेरसिंह (38)को गिरफ्तार किया है। तेंदुए का शिकार करना कबूलने पर वन विभाग ने सभी आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 48ए, 51, 52 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई किया है। कार्रवाई के दौरान एसडीओ राहुल मिश्रा, ढीमरखेड़ा रेंजर आईएफएस आर थिरुकुरल,विशेष कर्तव्य वन क्षेत्रपाल अजय मिश्रा, प्रशिक्षु रेंजर वर्षा सिंह बिसेन,परिक्षेत्र सहायक मोहम्मद खालिक,बीटगार्ड रामवरन दाहिया,रामफल पटेल,प्रदीप तिवारी,राजेश सोनी सहित बड़ी संख्या में वनकर्मी शामिल रहे।