मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर के कम होने के संकेत मिलने लगे हैं। IIT कानपुर के प्रोफेसर राजेश रंजन का दावा है कि कोरोना की तीसरी लहर का पीक इंदौर में 23 जनवरी को आ चुका है। जबकि भोपाल के लिए अभी 2 दिन का इंतजार है। प्रदेश में ओमिक्रॉन की रफ्तार और संक्रमण दर देखें, तो 30 जनवरी को यह पीक पर रहने के संकेत दे रहा है।
इंदौर में लगातार दूसरे दिन नए पॉजिटिव मरीजों की तुलना में स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या ज्यादा , पॉजिटिविटी रेट भी घटा , इंदौर तेजी से कोरोना की तीसरी लहर से बाहर आता हुआ
पीक की परिभाषा क्या है?
लगातार 15 दिन तक रिकवर होने वाले मरीज ज्यादा और नए संक्रमित कम मिलें, तो उसे पीक कहते हैं। पीक बताता है कि वायरस को अपना प्रसार करने के लिए ज्यादा लोग नहीं मिल रहे हैं। इसकी शुरुआत पॉजिटिविटी रेट गिरने या स्थिर होने से होती है।