श्रद्धालुओं, वानर सेना व पशु-पक्षियों को जल्द पेयजल समस्या से मिलेगी निजात
चित्रकूट। 16 अप्रैल। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल के निर्देश पर अधिशासी अभियंता जल संस्थान आरएस मिश्रा , जेई रविकांत विश्वकर्मा, कामदगिरि स्वच्छता समिति के महासचिव शंकर यादव, आनंद सागर खरे, जगदीश गुप्ता ने कामतानाथ परिक्रमा मार्ग में बोरिंग कराने के लिये दो-तीन स्थानों का अवलोकन किया, जिस पर सामूहिक निर्णय हुआ कि यूपी-एमपी बॉर्डर के पास भरत मिलाप के बगल में बड़ा तालाब भी है जो प्रभु श्रीराम की वानर सेना व पशु पक्षियों के लिए पानी पीने के लिये भी बहुत आरामदायक रहेगा, इसके लिये पेयजल व्यवस्था का स्थाई समाधान के रूप में शंकर बाजार कर्वी निवासी समाजसेवी जगदीश गुप्ता और आनन्द सागर खरे ने एक बड़ा बोर कराने का संकल्प लिया है जिसका खर्च आनंद सागर व जगदीश गुप्ता संयुक्त रूप से उठाएंगे और जल संस्थान व नगर पालिका इस महान कार्य में उन्हें तकनीकी मदद करेंगे। जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियन्ता जल संस्थान और ईओ नगरपालिका को निर्देशित किया है कि बोरिंग कराने और हैण्डपम्प स्थापना में समाजसेवियों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिये स्वयं रहकर इस पुनीत कार्य में सहयोग करें। जिलाधिकारी ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि जहां पर बोरिंग पंप स्थापित होगा उसकी देखरेख के लिए एक संविदा कर्मचारी की तैनाती जल संस्थान करें।बता दें कि विभिन्न समाचार पत्रांे व चित्रकूट खोही निवासियों ने जिलाधिकारी से विभिन्न ं समाचार पत्रों के माध्यम से कामतानाथ परिक्रमा मार्ग में पेयजल की समस्या का समाधान कराने के लिये ध्यान आकृष्ट किया था जिसको जिलाधिकारी ने गम्भीरता से लिया और समाजसेवी जगदीश गुप्ता व आनन्द सागर भी भगवान कामतानाथ की कृपा और प्रभु श्रीराम की वानर सेवा के तहत जिलाधिकारी से प्रेरणा लेकर दो जगह बोरिंग कराने और दो हैण्डपम्प लगाने का संकल्प जिलाधिकारी के समक्ष रखा है। जिलाधिकारी ने इस बात की जानकारी कामदगिरि स्वच्छता समिति को दी और इस कार्य में मदद करने का आग्रह किया उनके अनुरोध पर समिति के पदाधिकारी दोनों समाजसेवियों और जल संस्थान के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को कामतानाथ परिक्रमा मार्ग पहुंचकर स्थान चिन्हित किया । यह पुनीत कार्य कामतानाथ जी की प्रेरणा से ही सम्भव हो रहा है अब चित्रकूट आने वाले श्रद्धालु व निरंतर कामदगिरि में विचरण करने वाले प्रभु श्रीराम की वानर सेना व पशु-पक्षियों को पेयजल की किल्लत से बहुत जल्द निजात मिलने जा रही है । उम्मीद है दो-तीन दिन के अन्दर बोरिंग कराने का कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।