झाबुआ, 18 जुलाई, 2022। मानव के स्वास्थ्य तथा सुन्दरता की वृद्धि के लिए, पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए, पृथ्वी को सुन्दर बनाने के लिए, मरूस्थल का विस्तार रोकने के लिए, कृषि की पैदावार बढ़ाने के लिए, उद्योग-धंधों की वृद्धि के लिए, देश को अकाल से बचाने के लिए, लकड़ी, फल, फूल, सब्जियां, जड़ी-बूटियां, औषधियां इत्यादि प्राप्त करने के लिए वृक्षारोपण करना परम आवश्यक है। यह शब्द शासकीय कन्या महाविद्यालय झाबुआ में पौधारोपण कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के सचिव एवं जिला न्यायाधीश श्रीमान लीलाधर सोलंकी ने कहे। मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के दिशा-निर्देशानुसार दिनांक 11 जुलाई से 25 जुलाई-2022 तक ”पंच-ज“ अभियान अंतर्गत प्रदेशव्यापी वृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इसी कड़ी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के द्वारा आज दिनांक 18 जुलाई 2022 को शासकीय कन्या महाविद्यालय झाबुआ में माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमान मोहम्मद सैय्यदुल अबरार के मार्गदर्शन एवं प्राधिकरण के सचिव/जिला न्यायाधीश श्रीमान लीलाधर सोलंकी की अध्यक्षता एवं प्रधान न्यायाधीश किशोर न्यायबोर्ड सुश्री साक्षी मसीह की उपस्थिति में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अपने संबोधन में सोलंकी ने कॉलेज की छात्राओं को वृक्षों के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमारे जीवन में वृक्ष का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। यह मनुष्य के जन्म से लेकर मरण तक काम आता है। यह वृक्ष हमें प्राण वायु ऑक्सीजन से लेकर ईधन, ईमारती लकड़ी से लेकर छाया एवं फल देने का कार्य करते है। हम अपने जरूरत के हिसाब से अगर वृक्षों को काट रहे है तो हमारा भी यह नैतिक दायित्व बनता है कि उनके स्थान पर पुनः नये पौधे लगाकर उसकी सेवा सुरक्षा एवं देखभाल करके उसे पुनः एक संपूर्ण वृक्ष बनने में सहयोग करे। वृक्ष हर काल हर समय में मानव के लिए उपयोगी रहे है। गौतम बुद्ध को भी अगर ज्ञान की प्राप्ति हुई तो पीपल के वृक्ष के नीचे ही। भगवान श्रीराम ने तो चैदह वर्ष का पूरा जीवन ही इन्ही वृक्षो के नीचे इसके सामिप्य में एवं इन्ही पर व्यतीत कर दिया। उन्होंने कहा वृक्ष से मानव है और मानव से वृक्ष है। कार्यक्रम में सुश्री साक्षी मसीह द्वारा कॉलेज छात्राओं को मूल अधिकार एवं मूल कर्तव्य के संबंध में बताया गया कि मूल कर्तव्यों का पालन सभी को करना चाहिए, ताकि अच्छे नागरिक बन सके किंतु मूल कर्तव्यों के साथ ही दैनिक जीवन में छोटे-छोटे कई कर्तव्य होते है, जिनका उल्लघंन प्रतिदिन किया जाता है। जैसे- माता-पिता की आज्ञा न मानना, माता-पिता एवं गुरूजन का सम्मान नहीं करना आदि। इसी प्रकार दैनिक जीवन में कई कानूनों का भी उल्लघंन किया जाता है। शिविर के माध्यम से शिक्षा का अधिकार, संवैधानिक कर्तव्य, महिला सशक्तिकरण आदि विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। पौधारोपण कार्यक्रम में कॉलेज परिसर में 50 से अधिक छायादार एवं फलदार पौधे रोपित किये गये एवं 200 से अधिक पौधे कॉलेज की छात्राओं एवं कॉलेज स्टॉफ को वितरित किये गये कि वह अपने-अपने घरों व आंगन में पौधे रोपित कर उनकी देखभाल कर पौधे को वृक्ष बनाये। उक्त पौधारोपण कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राचार्य सी.एस. चैहान, डॉ. प्रभावति कोटारी, डॉ. प्रकाश अलमोश, डॉ. महेश सोलंकी, डॉ. विद्या चैहान, अजय बैरागी, श्रीमति तारा बिलवाल, सुश्री सरिता, ममता एचआईएमसी यूनिसेफ से जिम्मी निर्मल एवं छात्राऐं उपस्थित रहें।
दिनांक 11 जुलाई से 25 जुलाई-2022 तक ”पंच-ज“ अभियान अंतर्गत प्रदेशव्यापी वृहद पौधारोपण कार्यक्रम जिले में आयोजित-आंचलिक ख़बरें-राजेन्द्र राठौर
