विश्व स्तनपान सप्ताह पर राज्यस्तरीय संगोष्ठी संपन्न

Aanchalik Khabre
3 Min Read

मुंबई में ‘स्तनपान को प्राथमिकता दें’ विषय पर हाइब्रिड मोड में आयोजित हुआ कार्यक्रम

मुंबई, माटुंगा:
विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week 2025) के उपलक्ष्य में, श्रीमती मंजुलाबेन गुणवंतराय शाह स्नातकोत्तर अध्ययन विभाग (एम.एससी. क्लिनिकल न्यूट्रिशन एवं डायटेटिक्स), डॉ. बी.एम.एन. कॉलेज ऑफ होम साइंस (सशक्त स्वायत्त दर्जा प्राप्त), मुंबई ने पोषण सोसायटी ऑफ इंडिया – मुंबई चैप्टर के सहयोग से “स्तनपान को प्राथमिकता दें: स्थायी सहयोग प्रणाली का निर्माण” विषय पर एक दिवसीय राज्यस्तरीय रूसा प्रायोजित संगोष्ठी का सफल आयोजन किया।

यह कार्यक्रम माटुंगा स्थित विशनजी रावजी ऑडिटोरियम में हाइब्रिड मोड (ऑफलाइन और ऑनलाइन) के माध्यम से संपन्न हुआ, जिसमें महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों — मुंबई, पुणे, संभाजीनगर (औरंगाबाद), अमरावती और नासिक — से 300 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इनमें स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थी, एनएसएस स्वयंसेवक और शिक्षाविद शामिल थे।

विश्व स्तनपान सप्ताह

लैक्टेशन मैनेजमेंट पर विशेषज्ञ का मार्गदर्शन

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, डॉ. अमृता देसाई (लैक्टेशन मैनेजमेंट कंसल्टेंट, एनआईसीयू विभाग, केईएम अस्पताल, पुणे) ने “लैक्टेशन मैनेजमेंट: एक संतोषजनक करियर” विषय पर महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि लैक्टेशन कंसल्टेंट न केवल माताओं को स्तनपान में सहायता करते हैं, बल्कि प्रसव पूर्व एवं प्रसवोत्तर दोनों अवस्थाओं में परिवारों को शिक्षित भी करते हैं।
डॉ. देसाई ने इस क्षेत्र में करियर के अवसरों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह कोर्स CLP India द्वारा उपलब्ध कराया जाता है और LEAARC से मान्यता प्राप्त है।

स्तनपान तकनीकों का लाइव प्रदर्शन

संगोष्ठी में श्रीमती मालती धनुकर ट्रस्ट की सुश्री अनीता पचपिंड (फील्ड ऑफिसर) एवं नर्स शीला त्रिभुवन, वंदना शेल्के और विजया निकम ने स्तनपान से जुड़ी तकनीकों का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया। इसमें शामिल थे:

  • शिशु को सही ढंग से स्तनपान के लिए लगाना (लैचिंग)

  • शिशु को पकड़ने के विभिन्न तरीके (जुड़वां बच्चों के लिए विशेष तकनीकें)

  • डकार दिलाने की सही विधि

  • माँ और शिशु के जीवन के पहले 1000 दिनों में उचित पोषण का महत्व

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से हुआ सहभाग

इस कार्यक्रम में SMDT नासिक टीम द्वारा भी स्तनपान तकनीकों का डेमो प्रस्तुत किया गया, जिसे प्रतिभागियों ने अत्यंत उपयोगी बताया। ऑनलाइन लेक्चर और ऑफलाइन लाइव डेमो के संयोजन ने प्रतिभागियों को व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक दोनों प्रकार की जानकारी प्रदान की।

कार्यक्रम की प्रमुख उपलब्धियां

यह राज्यस्तरीय संगोष्ठी स्तनपान के महत्व को पुनः स्थापित करने, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता फैलाने और विद्यार्थियों को लैक्टेशन कंसल्टेंसी एवं न्यूट्रिशन मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में करियर के अवसरों से अवगत कराने में अत्यंत सफल रही।

Share This Article
Leave a Comment