तेज़ रफ़्तार का कहर: अमरोहा में स्कूली वैन हादसे में मासूम की मौत, 18 घायल

Aanchalik Khabre
5 Min Read
अमरोहा स्कूल वैन हादसा

दिल दहला देने वाली सुबह: स्कूल जाते बच्चों की वैन को पिकअप ने मारी टक्कर

तेज़ रफ़्तार का कहर… मासूम ज़िंदगी पर क़हर बनकर टूटा… अमरोहा से इस वक्त की सबसे बड़ी और दिल दहला देने वाली खबर!

Contents
दिल दहला देने वाली सुबह: स्कूल जाते बच्चों की वैन को पिकअप ने मारी टक्करहादसा शुक्रवार सुबह का: गजरौला रोड पर हुआ भीषण टक्करप्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी: वैन भी तेज़ थी और गलत दिशा में दौड़ रही थीघंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन: वैन से छात्रों को निकालने में लगी पुलिसएक छात्र की मौत, 18 घायल: शिक्षिकाएं भी ज़ख्मीहादसे के बाद का दृश्य: बैग्स बिखरे, खून से सने कपड़े, मासूमों की चीखेंसवाल उठते हैं: क्या स्कूल प्रशासन बच्चों की सुरक्षा के प्रति लापरवाह है?पुलिस जांच में जुटी: चालक फ़रार, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैंसन्नाटा, शोक और सवाल: क्या अगला नंबर किसी और मासूम का होगा?हर बार वही सवाल, कोई जवाब नहीं: मासूमों की जानें कब तक यूं जाती रहेंगी?

स्कूली बच्चों से भरी वैन हुई दर्दनाक हादसे का शिकार… एक छात्र की मौके पर ही मौत… 18 अन्य गंभीर रूप से घायल!


हादसा शुक्रवार सुबह का: गजरौला रोड पर हुआ भीषण टक्कर

ये हादसा शुक्रवार सुबह उस वक़्त हुआ, जब अमरोहा के हसनपुर थाना क्षेत्र के गजरौला रोड पर एक स्कूल वैन बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी।
लेकिन किसे पता था… ये सुबह बच्चों की जिंदगी में अंधकार बनकर आएगी। एक तेज़ रफ्तार पिकअप ने स्कूल वैन को ऐसी टक्कर मारी कि वैन के परखच्चे उड़ गए।


प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी: वैन भी तेज़ थी और गलत दिशा में दौड़ रही थी

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़… स्कूल वैन गलत दिशा में दौड़ रही थी… और तेज़ रफ्तार में थी। पिकअप सामने से आ रही थी… और फिर… एक ज़ोरदार टक्कर… एक धमाका… और उसके बाद चीखें, चिल्लाहटें और सन्नाटा!


घंटों चला रेस्क्यू ऑपरेशन: वैन से छात्रों को निकालने में लगी पुलिस

हादसा इतना भयानक था कि वैन में फंसे छात्रों को बाहर निकालने में पुलिस और स्थानीय लोगों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। हर तरफ़ अफरा-तफरी मच गई। लोगों की आंखों में आंसू, दिल में डर और ज़ुबान पर एक ही सवाल – ये कैसे हो गया?


एक छात्र की मौत, 18 घायल: शिक्षिकाएं भी ज़ख्मी

इस दर्दनाक हादसे में एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई… उसकी नन्हीं सांसें वैन के मलबे में हमेशा के लिए थम गईं।
वहीं, तीन महिला शिक्षिकाओं समेत 15 से ज़्यादा बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को तुरंत नज़दीकी अस्पताल से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। कुछ की हालत अब भी नाज़ुक बनी हुई है।


हादसे के बाद का दृश्य: बैग्स बिखरे, खून से सने कपड़े, मासूमों की चीखें

हादसे के बाद का मंजर दिल दहलाने वाला था… टूटी हुई वैन, बिखरे हुए बैग्स, खून से सने कपड़े और फिज़ा में तैरती मासूमों की चीखें।
एक पल पहले जो बच्चे स्कूल जाने की तैयारी में थे… अगले ही पल ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे।


सवाल उठते हैं: क्या स्कूल प्रशासन बच्चों की सुरक्षा के प्रति लापरवाह है?

अब सवाल ये है – वैन चालक ने गलत दिशा में गाड़ी क्यों चलाई?
क्या स्कूल प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को लेकर इतना लापरवाह हो चुका है?
क्यों नहीं होती स्कूली वाहनों की नियमित जांच?
और कब तक मासूम जानें इस तेज़ रफ्तार और लापरवाही की भेंट चढ़ती रहेंगी?


पुलिस जांच में जुटी: चालक फ़रार, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं

फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
वहीं, वैन चालक फ़रार बताया जा रहा है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमों को लगाया गया है।


सन्नाटा, शोक और सवाल: क्या अगला नंबर किसी और मासूम का होगा?

पूरा क्षेत्र इस हादसे से सदमे में है… स्कूल में सन्नाटा पसरा है… परिवारों पर दुख का पहाड़ टूटा है।
एक मासूम की मौत ने पूरे जिले को झकझोर दिया है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए… और भविष्य में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।


हर बार वही सवाल, कोई जवाब नहीं: मासूमों की जानें कब तक यूं जाती रहेंगी?

ये कोई पहली बार नहीं है… लेकिन हर बार की तरह सवाल वही हैं, जवाब गायब हैं…
और दर्द सबसे ज़्यादा उनके हिस्से आता है, जो सबसे कमज़ोर होते हैं – हमारे बच्चे।

Share This Article
Leave a Comment